June 20, 2025
देश दुनिया

Kolkata Case में मृतका के पिता ने कहा एसपी को तो हटा देतीं ममता

ट्रेनी डॉक्टर के माता पिता ने कहा कैसे करें भरोसा

कोलकाता के RG कर मेडिकल में ट्रेनी महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या पर जारी आक्रोश को लेकर अब पीड़िता के अभिभावकों ने ममता सरकार से सीधा सवाल पूछा है कि जब आप मामले में जुड़ाव के बाद भी कमिश्नर तक को नहीं हटा रहीं तो हम सरकार पर भरोसा कैसे करें? मृतक ट्रेनी डॉक्टर के माता-पिता मंगलवार को किए गए प्रदर्शन में भी शामिल हुए थे और यहां पीड़िता की माँ ने सभी जूनियर डॉक्टर्स को अपने बच्चे बताते हुए कहा कि जब मेरे हजारों बच्चे सड़क पर हैं तो मैं घर में कैसे रह सकती हूं. हमारी मुख्यमंत्री कह रही हैं कि हमें त्योहारों में शामिल होना चाहिए तो अब हमारा यही मेरा त्योहार है कि इस कांड के पीछे छुपे लोगों को बेनकाब करें. मृतका के पिता ने कहा, सीएम ने कोई काम नहीं किया. मेरी बेटी के साथ घटना को लेकर हम शुरू से ही कह रहे हैं कि इसमें विभाग वाले शामिल है. इस साल कोई दुर्गा पूजा मनाएगा भी तो खुशी से नहीं मना पाएगा क्योंकि बंगाल और देश के सभी लोगों ने मेरी बेटी को अपनी बेटी का दर्जा दिया है.
सरकार के खिलाफ आक्रोश अब इस हद तक पहुंच चुका है कि सुप्रीम कोर्ट की दी हुई समयसीमा के बाद भी डॉक्टर जॉब पर लौटने को तैयार नहीं हैं. ममता सरकार ने ईमेल भेजकर इन डॉक्टरों को चर्चा के लिए बुलाने की कोशिश भी की लेकिन डॉक्टरों ने इसके लिए चार शर्तें रखते हुए कहा कि यदि खुद ममता हमारी मांगें सुनती हैं तो ही हम बैठक में शामिल होंगे और इसमें हमारे प्रतिनिधि सरकार की तय सीमा से दोगुने होने चाहिए. डॉक्टरों का कहना है कि हम भले बंद कमरे में बात कर रहे हों लेकिन बाहर जो रह जाएं उन्हें भी इस बारे में पूरी जानकारी रहे इसलिए बैठक की लााइव स्ट्रीमिंग की जाए ताकि सरकार भी दिए गए आश्वासनों को पूरा करने के लिए बाध्य हो.

प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने स्वास्थ्य सचिवालय तक मार्च निकालने के बाद एसपी के तत्काल इस्तीफ़े की मांग की. सरकार डॉक्टरों से चर्चा के लिए आने और गतिरोध खत्म करने को कह रही है लेकिन उसकी यह जिद खत्म होने का नाम नहीं ले रही है कि न किसी स्वास्थ्य मंत्रालय वाले अफसर को हटाया जाएगा और न एसपी को बदला जाएगा. डॉक्टरों का कहना है कि सरकार ने चर्चा के लिए बुलावा भी उस स्वास्थ्य सचिव की ओर से पहुंचाया है जो पहले ही प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से इस्तीफा देने को कह चुके हैं. यह डॉक्टरों के लिए अपमानजनक है. डॉक्टरों का यह भी कहना है कि हम तो स्वास्थ्य भवन के करीब ही हैं, सरकार के प्रतिनिधि बजाश्य मेल भेजने के हमसे सीधे मिलने भी आ सकते थे.