Journalist मुकेश चंद्राकर की हत्या, ठेकेदार पर शक
लाश गायब करके सबूत मिटाने की कोशिश, सड़क निर्माण घोटाले की ख़बर के बाद से थे निशाने पर
पत्रकार मुकेश चंद्राकर जो पिछले तीन दिन से लापता थे लेकिन अब पुलिस ने साफ किया है कि उनकी हत्या हो गई है और हत्या करने वालों ने हर तरह से सबूत मिटाने के उद्देश्य से लाश को सेप्टिक टैंक में डालकर उसे भर देने की भी हरकत कर दी. मुकेश के भाई युकेश ने अनुसार एक जनवरी 2025 की शाम बात हुई थी लेकिन अगले दिन कमरे से मुकेश गायब थे. न उनका कहीं पता था और न मोबाइल चालू था. युकेश ने गुमशुदगी दर्ज कराई तभी से पत्रकार बिरादरी को यह आशंका हो गई थी कि उनकी की हुई सड़क निर्माण में घोटाले वाली खबर उन्हें भारी न पड़ गई हो और आखिर अब पुलिस ने बताया कि आशंका सच हो गई है क्योंकि मुकेश का शव मिला बहुत बुरी हालत में मिला है जिसकी फोरेंसिक जांच कराई जा रही है.
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को मुकेश चंद्राकर का शव बीजापुर के चट्टानपारा बस्ती में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में एक खुदे हुए गड्ढे में मिला है. पुलिस को इस ठेकेदार सहित जिन लोगों पर शंका है उन सभी से कड़ाई से पूछताछ की जा रही है.
मुकेश चंद्राकर न सिर्फ दिलेरी के साथ पत्रकारिता करते रहे बल्कि कई मौकों पर वे नक्सलियों के बीच फंसे जवानों की जान बचाने की वजह से भी चर्चा में रहे. 2021 में नक्सलियों ने एक जवान को कैद कर लिया था उसे मुकेश ने ही नक्सलियों से आग्रह कर उसे रिहा कराया था.