Jalianwala ब्रिटिश सांसद पूछ रहे माफी क्यों नही मांगी
1919 में जनरल डायर के आदेश पर हुए जलियांवालाबाग नरसंहार को लेकर उठी मांग
अंग्रेजों के राज के दौरान 1919 में जनरल डायर के आदेश पर अमृतसर में हुए जलियांवाला बाग हत्याकांड को लेकर कंजर्वेटिव सांसद बॉब ब्लैकमैन ने सवाल उठाए हैं. ब्लैकमेन ने ब्रिटिश सरकार से पूछा है कि अब तक इस मामले में माफी क्यों नहीं मांगी गई है और सुझाव यह दिया है कि 13 अप्रैल से पहले ब्रिटिश सरकार भारत से औपचारिक तौर पर माफी मांगे. जलियांवाला बाग हत्याकांड के 106 साल 13 अप्रैल को पूरे होंगे. सोशल मीडिया पर भी यही बात रखते हुए ब्लैकमेन ने कहा कि 1919 में बैसाखी के जब लोग शांति से जलियांवाला बाग पहुंचे थे तब जनरल डायर ने ब्रिटिश सेना से मासूम लोगों पर गोलियां चलवाईं.
1500 लोगों के मारे जाने और 1200 के घायल होने वाली यह घटना भले 106 साल पुरानी हो लेकिन यह हत्याकांड ब्रिटिश साम्राज्य पर एक धब्बा है. अब क्या सरकार एक बयान में यह कहेगी कि घटना गलत थी और हम माफी मांगते हैं. ब्लैकमेन का कहना है कि सौ से ज्यादा साल में अब तक किसी ब्रिटिश पीएम ने इस घटना पर माफी नहीं मांगी है. 2013 में तत्कालीन ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन ने जलियांवाला बाग का दौरा कर हत्याकांड को शर्मनाक जरुर कहा था, बाद में थेरेसा मे ने 2019 में ब्रिटिश रुल का सबसे शर्मनाक धब्बा बताया था. लेकिन कभी औपचारिक माफी नहीं मांगी गई. खुद महारानी एलिजाबेथ ने हत्याकांड को दुखद कहा था लेकिन माफी मांगना अब तक बाकी है जो 13 अप्रैल से पहले किया जाना चाहिए.