August 15, 2025
देश दुनिया

भारत की स्वतंत्रता का मुहूर्त और पंडित व्यास की भविष्यवाणी

उज्जैन से पंडित व्यास ने दिया था स्वतंत्रता का शुभ मुहूर्त
भारत अपना स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाता है लेकिन इसके पीछे भी एक दिलचस्प कहानी छुपी हुई है. भारत ने यह तारीख केवल ब्रिटिश प्रशासन से साथ विचार के आधार पर ही नहीं तय कर दी थी बल्कि बल्कि इसके पीछे गहन ज्योतिषीय परामर्श भी था और यह परामर्श दिया था उज्जयिनी यानी उज्जैन के ख्यात ज्योतिषविद पंडित सूर्यनारायण व्यास ने जो पद्मभूषण से भी सम्मानित किए गए. 1946 के अंतिम महीनों में जब यह हुआ कि भारत की स्वतंत्रता के लिए तारीख तय हो ताकि नेहरू प्रधानमंत्री और डॉ. राजेन्द्र प्रसाद राष्ट्रपति पद लेकर देश की बागडोर संभालें. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद काफी आध्यात्मिक व्यक्ति थे. खुद पंडित सूर्यनारायण व्यास उन्हें 1930 में ही बता चुके थे कि वे एक दिन देश के प्रथम नागरिक बनेंगे. आजादी से 17 साल पहले जब पंडितजी ने यह बात कही तो डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मुस्करा दिए क्योंकि तब आजादी की संभावना बनते कम ही दिख रही थी और प्रथम नागरिक होने की भविष्यवाणी उन्हें अतिशयोक्ति लगी थी लेकिन बाद में हालात ठीक वैसे ही बने और डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद का नाम ही प्रथम राष्ट्रपति बतौर प्रस्तावित हुआ. उन्होंने गोस्वामी गणेश दत्त महाराज के माध्यम से पंडित सूर्यनारायण व्यास को दिल्ली बुलाकर दो संभावित तिथियों यानी 14 और 15 अगस्त पर विचार कर बताने को कहा कि किस तिथि को स्वतंत्रता लिया जाना ज्योतिषीय दृष्टि से शुभ होगा.
पंचांग और ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के आधार पर पंडितजी ने कहा कि 14 अगस्त को लग्न अस्थिर होने और गुरु के शत्रु स्थान में होने से यह दिन उचित नहीं होगा और देश के लिए अस्थिरता का संकेत है वहीं 15 अगस्त को लग्न भी स्थिर है और योग भी शुभ हैं और यह मध्यरात्रि के समय सबसे बेहतर है. डॉ.राजेन्द्र प्रसाद ने परामर्श को उसी तरह पंडित नेहरु के सामने रख दिया. दोनों की सहमति से स्वतंत्रता की घोषणा आधी रात को हुई, उसी समय ध्वजारोहण किए जाने की सलाह भी मानी गई और उससे पहले संसद भवन का शुद्धिकरण भी कराने की सलाह भी मान कर रात बारह बजे से पहले पूर्ण शुद्धि भी कराई गई. पंडितजी पहले ही बता चुके थे कि 14 अगस्त को लग्न और ग्रह साफ संकेत दे रहे हैं कि इस दिन आजादी लेने से अस्थायित्व रहेगा और उनकी यह बात उस पाकिस्तान पर बिलकुल सटीक साबित हुई जिसने जिद करते हुए भारत से एक दिन पहले यानी 14 अगस्त को ही आजादी ले ली. पाकिस्तान को स्थायित्व नहीं मिलने की भविष्यवाणी को आज भी हम धरातल पर देख सकते हैं.