Boeing Hacking वाला सवाल भी अहम, साइबर हमला तो नहीं था प्लेन क्रैश की वजह
कुछ समय पहले ही एक एक्सपर्ट ने कहा था कि बोइंग 787-8 का सिस्टम हैक किया जा सकता है, अब संजय राउत पूछ रहे वही सवाल
अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश को लेकर अब तक कई थ्योरीज सामने आ गई हैं लेकिन ब्लैक बॉक्स अभी एक ही मिल सका है और उसका डाटा भी एनालाइज करने में काफी समय लगेगा यानी कुछ भी दावे से कह पाना अभी संभव नहीं है. जो सेबेोटेज स्टोरीज अब तक सामने आई हैं उनमें फ्यूल नॉब के साजिशन बंद किए जाने से लेकर सॉफ्टवेयर को करप्ट किए जाने तक की कई बातें कही जा रही हैं. इसमें अब एक नया मोउ़ यह भी आ गया है कि कुछ साइबर एक्सपर्ट मानते हैं कि बोइंग 787-8 का सॉफटवेयर हैक किया जा सकता है और इससे कंट्रोल भी लिया जा सकता है. इसमें भी खासतौर पर लैंडिंग और टेक ऑफ के समय इसे हैक करना अपेक्षाकृत आसान है क्योंकि इस समय प्लेन के सभी सिस्टम चालू होते हैं.
हालांकि इन दावों पर भी अलग अलग राय हैं लेकिन शिवसेना (उद्धव) के नेता संजय राउत ने इस पर साइबर हमले वाली आशंका जताते हुए बात को नया मोड़ दे दिया है. राउत ने पूछा है कि इस हादसे में 250 से ज्यादा लोग मारे गए हैं, तो क्या इसमें दुश्मन देश की तरफ से विमान की प्रणाली पर साइबर हमले वाली संभावना भी बनती है. उन्होंने इसे ऑपरेश सिंदूर के दौरान भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों को साइबर के माध्यम से निशाना बनाने की कोशिश वाली बात याद दिलाते हुए कहा कि यदि विमान उड़ने के 30 सेकंड के भीतर दुर्घटनाग्रस्त होता है तो गंभीर सवाल उठते हैं. उन्होंने रखरखाव को लेकर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा बोइंग डील से लेकर फिलहाल अहमदाबाद में मेंटेनेंस देख रही कंपनी तक पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि यह भी देखा जाना चाहिए कि क्या अहमदाबाद को इस घटना के लिए विशेष रुप से चुना गया. इस बीच सरकार ने जांच के लिए समिति गठित कर एसओपी तैयार करने को कहा है. इस समिति के पास फ्लाइट डाटा, कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर, विमान रखरखाव रिकॉर्ड, एटीसी लॉग और गवाहों सहित सभी रिकॉर्ड तक पहुंच होगी और यह तीन महीने में रिपोर्ट देगी.