Hazardous Waste को लेकर सरकार बोली अभी नहीं जलाएंगे कचरा
यूनियन कार्बाइड कचरे के मामले में सरकार अब जन संपर्क की ओर
पीथमपुर में भोपाल गैस त्रासदी की जिम्मेदार यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को नष्ट करने के मामले में विरोध रंग लाता नजर आ रहा है. सरकार ने कहा है कि वह अभी कचरा जलाने नहीं जा रही है और वह जनभावनाओं को लेकर कोर्ट को भी जानकारी देगी.
शुक्रवार को जिस तरह कचरा जलाने के लिए जिस कैंपस में पहुंचाया गया है उसके बाहर भारी भीड़ ने प्रदर्शन किया और दो लोगों ने तो आत्मदाह की कोशिश भी कर डाली. इसके बाद अब सरकार और जिम्मेदार बैकफुट पर हैं. सरकार अब जनसंपर्क की ओर से भी जनता से संपर्क कर यह बताने की कोशिश कर रही है कि जिस तरह का खतरा प्रचारित किया जा रहा है वह गलत है. हालांकि विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है और इंदौर में भी इस बात को लेकर डर का महौल है कि क्या वाकई इस खतरनाक कचरे के नष्टीकरण का इंदौर पर भी भारी बुरा असर पड़ने वाला है. शुक्रवार से विरोध में सड़कों पर उतर आए लोग ठंड की रात में भी विरोध पर डटे रहे. पुलिस ने कहीं लाठियां चलाई तो कहीं वॉटर कैनन का इस्तेमाल कर प्रदर्शन करने वालों को खदेड़ा. प्रदर्शन इतना बड़ा था कि दोनों तरफ कई किलोमीटर तक वाहन फंस गए. अब सरकार की तरफ से यह बयान आया है कि कचरा अभी नहीं जलाया जा रहा है और लोगों की भावनाओं का पूरा सम्मान करते हुए यह तथ्य कोर्ट में रखे जाएंगे. वहीं इस बीच कुछ लोगों ने यहां तक दावा कर दिया है कि इंदौर के जलप्रदाय में सहायक यशवंत सागर का पानी भी इससे दूषित हो जाएगा, इंदौर के हवा और वानी को लेकर यह कहा गया कि यदि कचरा पीथमपुर में नष्ट हुआ तो इंदौर का हर आठवां व्यक्ति कैंसर का शिकार हो जाएगा और ऐसी बातों से पूरे क्षेत्र में डर फैल रहा है.