October 20, 2025
देश दुनिया

Gujrat के फेरबदल में पटेल कमजोर संघवी मजबूत हुए

पुराने मंत्रियों में से अधिकतर से छुटकारा, 19 नए चेहरों के साथ 2027 के चुनावों की तैयारी करेगी भाजपा

गुजरात में पूरे मंत्रिमंडल से इस्तीफा लेने के बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने नए सिरे से मंत्री बनाए और इस फेरबदल में सिर्फ छह मंत्री ही ऐसे रहे जिन्हें फिर से जोड़ा गया. राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री पटेल और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में मंत्रियों ने शपथ ली. हर्ष संघवी को गृह मंत्री रहते अच्छा काम करने के चलते पदोन्नति मिल गई और उन्हें उपमुख्यमंत्री बना दिया गया, माना जा रहा है कि वे मोदी शाह के सिपहसालार बतौर अगले मुख्यमंत्री के तौर पर परखे जा रहे हैं. अब गुजरात में 26 मंत्री हैं जिसमें से 19 नए चेहरे हैं जिनमें रिवाबा जड़ेजा भी शामिल हैं. रविंद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा को शिक्षा मंत्रालय सौंपा गया है.

यह विस्तार भूपेंद्र पटेल सरकार का 2021 के बाद पहला बड़ा फेरबदल है. गुजरात में 2026 में स्थानीय निकायों के चुनाव हैं और 2027 के विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में इस फेरबदल को एंटी इंकम्बैंसी से बचने की कवायद और नई ऊर्जा के संचार बतौर भी देखा जा रहा है. 182 सीटों वाली गुजरात विधानसभा में बीजेपी के पास 156 सीटें हैं जबकि कांग्रेस 17 और आप 5 सीटों के प्रतिनिधि हैं. इस विस्तार को संगठनात्मक मजबूती की दिशा में भी बड़ा कदम माना जा रहा है. वैसे इस बात के भी मतलब निकाले जा रहे हैं कि मोदी न सही लेकिन अमित शाह तो इस विस्तार के कार्यक्रम में शामिल हो ही सकते थे लेकिन दोनों ने ही इसमें भाग नहीं लिया यानी भूपेंद्र पटेल कुछ कमजोर हुए जबकि हर्ष संघवी कुछ और मजबूत हुए हैं.