Gadkari बोले सड़क खराब बनाना गैर जमानती अपराध माना जाए
सड़क दुर्घनाओं की बात आती है तो हमें दुनिया के सामने मुंह छुपाना पड़ता है
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि गलत सड़क बनाने को गैर-जमानती अपराध बना देने सें शायद हालात बेहतर हो सकेंगे. गडकरी का मानना है कि रोड एक्सीडेंट के लिए यदि सड़क बनाने वाले ठेकेदारों और इंजीनियरों को जिम्मेदार ठहराकर जेल भेजने जैसे मामले शुरु हों तो शायद सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों में कमी आ सकती है. सीआईआई के कार्यक्रम में गड़करी ने सड़क हादसों में भारत के दुनिया में नंबर एक होने पर दुख जताते हुए कहा कि अगले पांच सालों में यानी 2030 तक हम सड़क हादसों में मौतों की संख्या को पचास प्रतिशत तक कम करने की ओर बढ़ रहे हैं लेकिन फिर भी हर दुर्घटना को रोकने का उपाय किया जााना होगा.
गडकरी ने आंकड़ों के जरिए बताया कि 2023 में पांच लाख सड़क हादसे हुए जिनमें 1.72 लाख मौतें हुईं, इनमें दो तिहाई मृतक 18 से 45 साल की बीच की उम्र के थे. यदि पिछले पांच सालों की हालत देखें तो देश में पिछले 5 साल में 7.77 लाख मौतें सड़क दुर्घटना में हुई हैं. 2018 से 2022 के बीच हुई सड़क दुर्घटनाओं के डाटा के आधार पर रोड सड़क परिवहन मंत्रालय ने एक रिपोर्ट भी जारी की है. गडकरी कह चुके हैं कि दुनिया में सड़क हादसों को लेकर सबसे खराब रिकॉर्ड के चलते किसी भी अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में इस बात पर मैं अपना मुह छुपाने के लिए मजबूर हो जाता हूं.