Fake heart Specialist आखिर प्रयागराज से पकड़ा गया
मामला गंभीर क्योंकि 2006 में इसने छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष का भी ऑपरेशन किया था जो बीस दिन बाद नहीं बचे
दमोह के मिशन अस्पताल में फर्जी डॉक्टर के हार्ट सर्जरी करने और इसके चलते सात मरीजों की मौत होने के मामले में एक नया खुलासा यह भी हुआ है कि इसने 2006 में छत्तीसगढ़ विधानसभा के तत्कालीन अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ल का भी ऑपरेशन किया था जिसके बीस दिन बाद उनकी मौत हो गई थी. 10 सालों से चल रहे इस मिशन अस्पताल में 131 बेड हैं, यहां नरेंद्र जॉन केम उर्फ नरेन्द्र यादव ने इस साल एक जनवरी को ही ज्वाइन किया था जबकि इससे पहले पिछले अठारह सालों से खुद को डॉक्टर बताकर लोगों को ठगने का जो सिलसिला चलाया था उसमें उसने देशभर में कई जगह डॉक्टर बनकर काम किया. जब जनवरी फरवरी 2025 में उसके किए हुए 15 एंजियोप्लास्टी के केस में से सात की मौत हुई तो मामले की जांच शुरु हुई. पता चला कि यादव तो डॉक्टर ही नहीं है जबकि वह लंदन के बड़े डॉक्टर के नाम से अपना नाम जोड़कर बताया करता था. देवेंद्र जॉन केमकी अस्पताल में भर्ती को लेकर प्रबंधन का कहना है कि हमने इंटीग्रेटेड वर्कफोर्स इंक्वायरी सॉल्यूशंस से डॉक्टर की नियुक्ति की थी इसलिए डिग्री के बारे में वे कुछ नहीं कह सकते.
अस्पताल चलाने वाले पर मानव तस्करी का आरोप भी रहा
इस मुद्दे को सामने लाने वाले प्रियंक कानूनगो बताते हैं कि सेंट्रल इंडिया क्रिश्चियन संस्था द्वारा संचालित इस मिशन अस्पताल पर और इसके कर्ताधर्ता पर पहले भी अनेक आरोप रहे हैं. डॉक्टर अजय लाल का एक नर्सिंग होम भी है. इसने समाजसेवा के लिए मिड इंडिया क्रिश्चियन मिशन नाम से संस्था बनाकर अनाथालय भी डाला जिस पर पिछले साल ही मानव तस्करी के आरोप लगे. इस मामले में अजय अनाथालय बंदकर विदेश भाग गया.