Fake, DeepFake और AI का यह तो पहला चरण है
मिगलानी यानी कमलनाथ के पीए को लेकर खबर आई कि उन्होंने एआई का इस्तेमाल कर एक भाजपा प्रत्याशी की ऐसी वीडियो बनवाई जिससे चुनाव के दौरान उनकी छवि खराब की जा सके और इस फर्जी वीडियो को चलाने के लिए किसी पत्रकार से सौदेबाजी भी कर डाली. अभी इस खबर पर बात चल ही रही थी कि दूसरी खबर आई कि आमिर खान ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई है कि उन्होंने कभी कांग्रेस का प्रचार नहीं किया लेकिन ऐसे वीडियो काफीद वायरल हो रहे हैं जिनमें वे कांग्रेस का प्रचार करते दिख रहे हैं. होने को ये दाेनों घटनाएं सामान्य लगेंगी लेकिन यह दिखाती हैं कि फेक से आगे जाकर डीपफेक अपना काम शुरु कर चुका है और अब यह खतरा इतना निकट है कि इसके लिए कोई हल खोजना ही होगा. इन दोनों खबरों के साथ ही तीसरा एक लेख और सामने आया जो बता रहा था कि यदि आप सोशल मीडिया पर अपनी फोटो डालते हैं और उसमें आपकी अंगुलियां साफ नजर आ रही हैं तो उससे कितना खतरा हो सकता है. लेख इस बात पर था कि आपके फिंगर प्रिंट यदि फोटो में साफ दिख रहे हैं तो उनकी हाई रिजोल्यूशन इमेज तैयार कर उनका इस हद तक दुरुपयोग हो सकता है कि आपके घर में लगे सेंसर वाले लॉक कोई आसानी से खोल सकता है क्योंकि यह मुश्किल काम नहीं है कि आपकी फोटो में नजर आई फिंगर प्रिंट को इस्तेमााल काबिल बना लिया जाए. सच यह है फेक ही पुराना हुआ है डीप फेक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का यह पहला ही चरण है जिससे इतने डरावने प्रभाव पैदा हो रहे हैं, ये आगे कहां तक जाएंगे इनकी अभी तो कल्पना करना भी मुश्किल है.