EVM को लेकर विपक्ष हमलावर, मस्क के बयान का दे रहे हवाला
ईवीएम हैकिंग की खबरों के बीच मुंबई को लेकर एक खबर बार बार सामने आ रही है कि एक नेता के बेटे के पास ऐसा फोन मिला जिसमें ईवीएम का ओटीपी आता है और वह हैक हो सकती है. इस बात को लेकर चुनाव आयोग ने कहा है ईवीएम का फोन से लेनादेना ही नहीं है. न ही ईवीएम के लिए ओटीपी जरूरी है और न ओटीपी के माध्यम से इसे अनलॉक करने का कोई सिस्टम इसमें है. उन्होंने हैकिंग की खबर को फर्जी बताते हुए कहा कि जांच का आदेश दिया गया है. मुंबई उपनगरीय निर्वाचन अधिकारी वंदना सूर्यवंशी ने चुनाव आयोग की ओर से कहा कि ईवीएम अनलॉक करने में ओटीपी की जरुरत नहीं है. ईवीएम को अनलॉक करने के लिए किसी मोबाइल ओटीपी की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह एक नॉन प्रोग्रामेबल डिवाइस है. इसमें एडवांस्ड टेक्नोलॉजी फीचर है. ईवीएम में कोई संचार उपकरण नहीं है. यह तकनीकी रूप से फूल-प्रूफ है और स्टैंडअलोन है. चूंकि एलन मस्क ने अमेरिकी ईवीएम को लेकर कहा है कि इन्हें हैक किया जा सकता है तो भारत में विपक्षी दलों ने भी बिना फर्क समझे ही मस्क की बातों को प्रचारित करना शुरु कर दिया, इसी बीच एक बड़े अखबार ने हैकिंग के लिए ओटीपीर वाली खबर बिना जांचे परखे छाप दी तो हंगामा और बढ़ गया. दरअसल शिवेसना शिंदे गुट के सांसद रवींद्र वायकर के रिश्तेदार पर गोरेगांव सेंटर में पाबंदी होने के बाद भी मोबाइल इस्तेमाल करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है और इसी बात को ईवीएम हैकिंग से जोड़ दिया गया.
राहुल और अखिलेश ने उठाए सवाल
ईवीएम को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल और अखिलेश यादव ने सवाल उठाए हैं, कांग्रेस ने ईवीएम मामले को लेकर एक्स पर लंबा पोस्ट डालकर कई सवाल पूछे. कांग्रेस ने अपनी पोस्ट में ललखा- ईवीएम से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है. मुंबई में एनडीए उम्मीदवारा रवींद्र वायकर के रिश्तेदार का फोन ईवीएम से जुड़ा था. आखिर यह मोबाइल ईवीएम से क्यों जुड़ा था?