July 19, 2025
देश दुनिया

ED ने कुर्क की वाड्रा की कंपनी वाली 43 संपत्तियां

हरियाणा जमीन घोटाले को लेकर हुई कार्रवाई, राहुल ने कहा परेशान करना ही मकसद

इंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट यानी ईडी अब रॉबर्ट वाड्रा के जमीन घोटाले मामले में एक्शन में नजर आ रहा है और इसी के चलते वाड्रा की कंपनी स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी की 37 करोड़ की 43 संपत्तियों पर कुर्की की कार्रवाई की गई है. वायनाड से सांसद प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा पर मनीलांड्रिंग का मामला चल रहा है और बताया जा रह है कि हरियाणा की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने वाड्रा की कंपनी को जमकर घले करने के मौके दिए्र यही वजह है कि अकेले वाड्रा नहीं बल्कि उनके साथ 11 औ भी लोगों को आरोपी बनाया गया है. ईडी की चार्जशीट में इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया गया है कि स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी की 37.64 करोड़ रुपये की 43 अचल संपत्तियां कुर्क की गई हैं.

इस कुर्की का मतलब यह कतई नहीं है कि कंपनी का अब इन अचल संपत्तियों पर पूरी तरह हक खत्म हो गया है क्योंकि ईडी का यह कब्जा अगले छह महीने तक रह सकता है और इस बीच यदि ईडी की कार्रवाई को न्यायिक प्रक्रिया में गलत मान लिया जाता है या छह महीने में इस पर कोई निर्णय नहीं होता है तो संपत्ति का कब्जा कंपनी मिल जाएगा लेकिन यदि कार्रवाई को सही ठहरा दिया जाता है तो जरुर वाड्रा की कंपनी के लिए यह बड़ा झटका साबित होगा. फिलहाल तो वाड्रा की कंपनी ने ही इस संपत्ति को बेच सकती है और न इसे लेकर नए काम किए जा सकते हैं, हुड्डा सरकार ने जो म्यूटेशन दिए थे वे भी अब रद्द कर दिए गए हैं. 2012 में जब आईएएस अशोक खेमका के सामने मामला पहुंचा तो बतौर इंस्पेक्टर जनरल (भूमि पंजीकरण और रिकॉर्ड विभाग) उन्हें जमीन के मिलने से लेकर वापस डीएलएफ को बेचे जाने और इस बीच भाव के 773 प्रतिशत क बढ़ जाने को लेकर शंका हुई और उन्होंने जांच शुरु की तो पता चला कि मामला वाकई गड़बड़ है, तत्कालीन हरियाणा सरकार ने अपनी तरफ से मामले में लीपापोती के खूब प्रयास किए और कांग्रेस ने इस पर काफी अडंगे भी लगाए लेकिन बात नहीं बनी और गड़बड़ उजागर होती चली गई. अब भी राहुल गांधी अपने जीजाजी का पक्ष लेते हुए ईडी कार्रवाई को ‘निशाना बनाए जाने की राजनीति’ बता रहे हैं और जोड़ रहे हैं कि आखिर में जीत सच्चाई की होगी लेकिन सच यह है कि अभी तो वाड्रा एंड कंपनी की 43 अचल संपत्तियां कुर्क हो चुकी हैं.