Defence की खरीद और डिलीवरी में देरी एक बड़ा मुद्दा
पहली बार किसी सेना प्रमुख ने सीधे डिलीवरी में गड़बड़ को लेकर उठाया सवाल
एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह ने डिफेंस सिस्टम की खरीद और डिलीवरी में देरी की बात उठाते हुए कहा है कि ऐसा एक भी प्रोजेक्ट नहीं है, जो समय पर पूरा हुआ हो. उन्होंने कहा कि ऐसे वादे क्यों किए जाते हैं, जो पूरे न हो सकते हों या समय पर पूरे न हो पाते हों. उन्होंने कहा कि कई बार तो कॉन्ट्रैक्ट साइन करते समय ही तय रहता है कि इसे समय पर नहीं किया जा सकेगा. ऐसे मामले ही होते हैं जो पूरा सिस्टम खराब करते हैं. यह पहला मौका है जब किसी सेना प्रमुख ने सिस्टम पर सीधे सवाल उठाया हो. एयर चीफ मार्शल का कहना है कि टाइमलाइन एक बड़ा मुद्दा है खासतौर पर डिफेंस प्रोजेक्ट में क्योंकि इसमें असर ऑपरेशनल तैयारी पर भी पड़ता है. कुछ ही समय पहले उन्होंने तेजस विमानों की डिलीवरी में देरी पर चिंता जाहिर की थी, जिसमें 40 जेट फोर्स को नहीं मिले थे.
उन्होंने कहा था कि जब चीन जैसे देश ताकत बढ़ा रहे हैं तब हमें विशेष सतर्क रहना होगा. एयर चीफ मार्शल ने बताया कि फरवरी 2021 में 48,000 करोड़ रुपए के करार के अनुसार तेजस की डिलीवरी मार्च 2024 से मिलनी थी, लेकिन एक भी विमान नहीं आया. तेजस एमके 2 का प्रोटोटाइप ही तैयार नहीं है. एडवांस्ड स्टेल्थ फाइटर का भी प्रोटोटाइप नहीं मिला है. माना कि अगले 10 साल में हमें बेहतरीन आउटपुट मिल जाएगा, लेकिन आज की जरुरत तो आज पूरी होनी चाहिए. हम भारत में मैन्युफैक्चरिंग के साथ डिजाइनिंग पर भी बात करनी होगी. खासतौर पर यदि सेना से कोई करार किया गया हो तो उसे समय पर पूरा किया जाना बड़ी जरुरत है.