CVC की जांच और केजरीवाल का शीशमहल
वित्तीय अनियमितता के मामले की होगी विस्तृत जांच, प्रारंभिक जांच में मिली गड़बड़
दिल्ली की सत्ता हाथ से जाते ही अब विजिलेंस के चक्कर में फंस गए हैं और ‘शीशमहल’ में जुटाई सुख सुविधाएं उन्हें अब दुख देने पर उतर आई हैं. सीएम हाउस को ठीक कराने में करोड़ों के खर्च के मामले में केंद्रीय सतर्कता आयोग ने जाँच के आदेश दे दिए हैं. केंद्रीय लोक निर्माण विभाग को इस मामले की पूरी जानकारी जुटाने के लिए कहा गया है और यह जांच पिछले साल अक्टूबर में भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता के शिकायत करने के बाद शुरु हुई है. गुप्ता ने केजरीवाल के 6 फ्लैग स्टाफ रोड स्थित पूर्व आवास पर अवैध निर्माण की शिकायत दी थी. इस लगभग 8 एकड़ में फैली हवेली में ठीक कराने के नाम पर जो काम कराए गए उसमें भवन निर्माण भी शामिल था जिसमें जमकर नियमों का उल्लंघन किया गया. शिकायत में यह भी बताया गया कि राजपुर रोड पर वरिष्ठ अधिकारियों और न्यायाधीशों के आवास सहित दो बंगलों की सरकारी संपत्तियों को नष्ट करते हुए नए आवास को बढ़ाया गया.
सीवीसी ने मामले की जाँच शुरू करते हुए सीपीडब्ल्यूडी को विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत देने को कहा था, इसकी प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया था कि 40,000 वर्ग गज के इस शीशमहल के निर्माण में नियम तोड़े गए हैं. अब CVC ने विस्तृत जाँच कर रिपोर्ट पेश करने को कहा है. अब हो रही जाँच में यह देखा जाएगा कि नवीनीकरण खर्च में क्या अनियमितताएँ थीं. गुप्ता ने इसी मामले में एक अन्य शिकायत में फिजूलखर्ची और वित्तीय अनियमितता की बात कही थी.