Budget Session में हंगामा कुंभ और वक्फ पर
खड़गे ने कह दिया हजारों लोग मारे गए महाकुंभ में, बाद में कहा माफी मांग लूंगा
कहने को सोमवार से शुरु हुआ संसद का सत्र बजट पर चर्चा के लिए है और इस सत्र को इसी के चलते बजट सत्र ही नाम दिया गया है लेकिन हकीकत यह है कि इस बार बजट ने विपक्ष के पास कोई मुद्दा ही नहीं छोड़ा है लिहाजा इस बार के बजट सत्र में सबसे ज्यादा चर्चा दूसरी बातों पर केंद्रित है चाहे वह कुंभ हो या वक्फ बिल. सोमवार को विपक्ष ने अपने इरादे साफ कर दिए कि इस बार वे बजट को छोड़कर दूसरे मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे. इसकी शुरुआत करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने तो बिना किसी सबूत के ही कह डाला कि प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में हजारों लोग मारे गए. जब उनसे आसंदी ने बयान वापस लेने को कहा तो वे इस बात पर अड़ गए कि सरकार सही सही आंकड़ा दे दे तो हम माफी मांग लेंगे यानी वे जानते हैं कि वे संसद में झूठ बोल रहे हैं और इसकी माफी मांगने को भी तैयार हैं लेकिन सच बोलने को तैयार नहीं हैं.
इसी कड़ी में जया बच्चन ने प्रयागराज पहुंच रहे श्रद्धालुओं का प्रकारांतर से अपमान करते हुए कह डाला कि इस समय सबसे ज्यादा प्रदूषित पानी संगम पर ही है और वहां लाशें डाल दी गई हैं. समाजवादी पार्टी की प्रतिनिधि जया बच्चन ने बचपना दिखाते हुए अपी बात को बार बार दोहराया और इस बात पर भी सवाल खड़ा किया कि जितनी संख्या सरकार प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं की बता रही है उतने लोग कैसे आ सकते हैं. इंडी गठबंधन ने तय किया है कि चूंकि बजट पर इस बार विरोध करने लायक कुछ नहीं है इसलिए इस तरह गुमराह करने की नीति अपनाते हुए सरकार को घेरा जाए.