July 7, 2025
देश दुनिया

BSF जवान पूर्णम की पाकिस्तान से वापसी

ऑपरेशन सिंदूर से पहले गलती से पाकिस्तान सीमा में घुस गए थे, तभी से बंधक थे

पूर्णम कुमार शॉ बीएसएफ के वो जवान हैं जो पिछले सत्रह सालों से बॉर्डर सिक्योरिटी में तैनात हैं लेकिन बीस दिन पहले एक दिन अचानक ऐसा कुछ हुआ कि वो गलती से पाकिस्तानी सीमा में चले गए और उन्हें पाकिसतान ने बंधक बना लिया. कई दिनों तक वो बंधक रहे लेकिन लगातार फ्लैग मीटिंग्स के बाद पड़े दबाव के चलते उन्हें पाकिस्तान ने 14 मई को वापस भारत भेज ही दिया. पिछले दिनों जो भारत पाक संघर्ष हुआ उसे लेकर पूर्णम की जान पर भी खतरा माना जा रहा था और इसी बीच आतंकी यासीन मलिक की पाकिस्तानी बीवी मुशाल ने पाकिस्तान सरकार से मांग रख दी कि यासीन के बदले इस सैनिक का सौदा किया जाए. यासीन मलिक पिछले छह सालों से जेल में है और उसकी पत्नी का कहना है कि भारत में उसे कभी भी फांसी दे दी जाएगी इसलिए यासीन को बचाना पाकिस्तान सरकार का दायित्व है जो पूर्णम के बदले सौदा करते हुए पूरा किया जा सकेगा.

पहले तो मुशाल ने उस अफवाह पर भरोसा किया था जिसमें एक भारतीय महिला पायलट शिवांगी सिंह के पाकिस्तान के कब्जे में होने की बात कही गई थी. तब मुशाल कह रही थी कि यदि शिवानी के बदले यासीन को भारत से लिया जाए लेकिन बाद में साफ हुआ कि भारत का कोई पायलट या सैनिक ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के हाथ नहीं लगा है तो उसने पूर्णम कुमार के बदले यासीन को लेने की बात करना शुरु कर दी. पूर्णम के परिवार वालों ने उनकी वापसी पर खुशी जताते हुए कहा है कि हमारे साथ पूरा देश खड़ा था और हमें पूरा भरोसा था कि पूर्णम को वापस लाने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी.