June 21, 2025
देश दुनिया

BCCI से कोर्ट ने पूछा रोबो डॉग का नाम चंपक क्यों रखा

बच्चों की पत्रिका चंपक ने आपत्ति लेते हुए मामला अदालत तक पहुंचाया
दिल्ली हाईकोर्ट में बीसीसीआई को इस बात का जवाब देना पड़ रहा है कि उसने एआई रोबोट डॉग का नाम ‘चंपक’ क्यों रखा है. दरअसल दिल्ली हाईकोर्ट के पास बच्र्चों की प्रसिद्ध पत्रिका चंपक अपनी फरियाद लेकर पहुंची कि रोबो डॉग का नाम चंपक रखा जाना इस पत्रिका के ट्रेडमार्क का उल्लंघन है. इसी मुद्दे पर सुनवाई करते हुए दिल्ली चार सप्ताह में बीसीसीआई से जवाब देने को कहा है. चूंकि चंपक लंबे समय से एक ब्रांड नाम रहा है तो बीसीसीआई को लिखित जवाब में बताना चाहिए कि उसने चंपक नाम ही क्यों रखा. नौ जुलाई को जब अगली सुनवाई होगी तो दिल्ली प्रेस पत्र प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड के उठाए इस सवाल का जवाब बीसीसीआई को देना होगा कि उसने रोबो डॉग के लिए चंपक नाम ही क्यों चुना और क्या यह उसके ट्रेडमार्क का उल्ल्ंघन नहीं है. बच्चों के लिए प्रकाशित होने वाली चंपक पत्रिका 1968 से जारी है.
चंपक की ओर से कहा गया कि बीसीसआई ट्रेडमार्क उल्लंघन के साथ नाम का व्यावसायिक दोहन कर रहा है. इस दौरान यह भी बात उठी कि विराट कोहली का निकनेम चीकू है जो चंपक में एक किरदार का नाम है तो प्रकाशक ने विराट पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की. हलके फलके अंदाज में कही गई इस बात का तो कोई जवाब नहीं आया लेकिन चंपक के प्रकाशकों की तरफ से कहा गया कि आईपीएल एक वाणिज्यिक संस्था है और विज्ञापन, मार्केटिंग और कमाई पर आधारित है, इसलिए उसे ट्रेडमार्क का ध्यान रखना चाहिए. बीसीसीआई का कहना है कि चंपक एक फूल का नाम है और रोबो डॉग को पत्रिका से नहीं जोड़ा जा रहा है.