Air Conditioner के लिए नए मानक तय होंगे, 20 से कम नहीं होगा तापमान
ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी का कहना है हर एक डिग्री बढ़ाने पर होती है छह प्रतिशत बिजली की बचत
यदि आप एयर कंडीशनर को बहुत ज़्यादा ठंडा रखने की आदत डाल चुके हैं तो जल्द ही आपको यह आदत सुधारनी होगी क्योंकि अब सरकार ने तय किया है कि आपके एसी को 20 डिग्री से. से कम या 28 डिग्री से. से ज्यादा पर नहीं चलाया जा सकेगा. एसी की तापमान सीमा तय करने का फैसला करने के पीछे वजह यह है कि बिजली की खपत पर नियंत्रण रखा जा सके. पहले ही कई देश इस बात को लागू कर चुक हैं कि उनके यहां एयरकंडीशनिंग किस तापमान से किस तापमान के बीच ही हो सकती है. केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि जल्द ही पूरे भारत में एयरकंडीशनर्स 20°C से 28°C के बीच ही काम करेंगे. बिजली की खपत कम करने, ऊर्जा बचाने और देशभर में बढ़ती गर्मी के बीच बेहतर ऊर्जा प्रबंधन सुनिश्चित करने के हिसाब से है.
लोग आमतौर पर अपने एयर कंडीशनर को 16 या 18 डिग्री तक पर चलाते हैं, जो जरूरत से ज्यादा ठंडक की वजह से स्वास्थ्य के लिए भी नुकसानदायक है और बिजली की खपत भी बहुत ज़्यादा करते हैं. इससे पावर ग्रिड पर दबाव भी बनता है. ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (BEE) का कहना है कि तापमान को यदि सिर्फ एक डिग्री बढ़ा दें तो बिजली की खपत छह प्रतिशत तक कम हो जाती है, यानी 20 पर चल रहे एसी को 21 पर कर दें तो बिजली में छह प्रतिशत बचत दिखेगी. सरकार चाहती है कि अब एसी को 20 से कम या 28 से ज़्यादा पर सेट करना संभव ही नहीं हो. सभी एसी कंपनियों को प्रोडक्ट्स इस नए नियम के हिसाब से री-प्रोग्राम कर सॉफ़्टवेयर अपडेट देना है. यह नियम सिर्फ घरों नहीं बल्कि व्यावसायिक स्थलों पर भी लागू होना है.
जापान के ऑफिस में एसी को 28 पर रखा जाता है जबकि स्पेन में एसी के लिए आदर्श ठंडक 27 रखी गई है. चीन में यह सीमा 26 रखी गई है. भारत में यूं तो यह रेंज और कम रखने की बात चल रही थी लेकिन अभी तो 20 से 28 के बीच की ही रेंज रखी गई है. नियम के लागू होने की तारीख और अन्य तकनीकी विवरण जल्द जारी होंगे.