Afgani दर्शकों ने पीटकर खुशदिल का दिल खुश कर दिया
न्यूज़ीलैंड में हाल में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के बे ओवल में खेले जा रहे मैच के दौरान पाकिस्तानी खिलाड़ी खुशदिल शाह को अफगानियों ने पीट दिया. इसी घटना पर मनजी की टिप्पणी.
न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच मेजबानों की बी टीम का तीन मैच शृंखला का अंतिम मैच पाकिस्तानियों की अव्वल तबलीग़लियों से खेला गया और वाइट वाश करते हुए कीवियों ने तबलीगियों को आख़िरी मैच में पटक के हराया. खैर- मैच की हाईलाइट तबलीगी जमात की हार नहीं थी बल्कि दर्शकों में बैठे अफ़ग़ानी लोगों का झुंड था जिन्होंने बाउंड्री पर खड़े पाकिस्तानी खिलाड़ी खुशदिल शाह को छेड़ा , फब्तियाँ कसी- कहा- ए तंगदिल ख़ुशदिल सनम खुशदिल, अर्ज़ है-
ऐ सनम जिस ने तुझे चाँद सी सूरत दी है
उसी अल्लाह ने मुझ को भी मोहब्बत दी है!
खुशदिल शाह ख़ुद को छेड़े जाने पे ख़फ़ा हो गए और अफ़ग़ानियों पे चढ़ बैठे- अफ़ग़ानियों ने भी ख़ुशदिल सनम की खूब अच्छे से ख़ातिरदारी की; अफ़ग़ान जलेबी भाँति सिगरा रस चूस लिया. ख़ैर- इस वाक़ये से कई दशक पहले का एक और वाक़या याद आता है. नब्बे के दशक में कनाडा में सहारा कप खेला जा रहा था- हिन्द और पाक की टीमों में. पाकी गैंडेनुमा खिलाड़ी इंज़माम सीमा रेखा पे खड़े थे कि अचानक एक दर्शक शिव कुमार थिंड ने उन्हें आलू कह कर फब्तियाँ कसनी शुरू कर दी. इंज़माम इस बात पे ख़फ़ा हो गए और एक बल्ला लेके दर्शकों के बीच घुस गए- थिंड से खूब हाथापाई की. बाद में कनाडा की अदालत में मोटे आलू पे मुक़दमा भी चला. गैंडे को आलू कहने पे थिंड साहब की भर्त्सना करते हुए बस इतना ही कहना है-
ज़ीरो पर अनवर गया तो सोहेल तीन पर आउट
एलबीडब्लयू गैंडा भागा नहीं था कोई डाउट!
फ़ोटू में खुशदिल शाह को तंगदिल शाह बनाते हुए अब्दाली के अफ़ग़ानी पुत्तर!