Karnataka मुख्यमंत्री सिद्धा की पत्नी जमीन मामले में उलझीं
पार्वती का मैसुरु के पॉश इलाके में मिली जमीन का मामला
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की पत्नी को जमीन के बदले जमीन दिए जाने के मामले में घोटाले के आरोप लगे हैं और कहा जा रहा है कि इसमें 4000 करोड़ का घपला हुआ है. आरोप लगाने वाली एक्टिविस्ट स्नेहमयी कृष्णा का कहना है कि सरकार को भारी नुकसान पहुंचाते हुए यह गड़बड़ की गई कि एक सस्ती जमीन का मैसुरु अरबन डेवपलमेंट अथॉरिटी (muda)ने अधिग्रहण किया और इसके बदले बेशकीमती और पॉश इलो में सिद्धा की पत्नी को 38283 स्क्वेयर फीट जमीन साउथ मैसुरु में दे दी गई जहां अधिगृहीत जमीन के मुकाबलें कीमतें कई गुना ज्यादा थीं. कार्यकर्ता का यह भी आरोप है कि उसने बार बार रिपोर्ट लिखाने की कोशिश की लेकिन यह कहकर रिपोर्ट नहीं लिखी गई कि muda में अनियमितताओं की जांच पहले ही जारी है.
सिद्धारमैया की ओर से कहा गया है कि पार्वती को जमीन के बदले जमीन लेने का अधिकार था क्योंकि जिस जमीन के बदले जमीन दी गई है वह पार्वती के भाई नागार्जुन ने 1998 में भेंट में दी थी, स्नेहमयी का दावा है कि 1998 में न खरीदकर नागार्जुन ने यह जमीन 2004 में खरीदी और लेने के छह साल बाद यानी 2010 में अपन बहन को देना बताया. पार्वती ने इसके बदले में मुआवजा भी तब मांगा जब सिद्धारमैया मुख्यमंत्री थे और मैसुरु की पॉश जमीन उन्हें 2021 में अलॉट की गई. यदि लगाए गए आरोप सच साबित होते हैं तो यह मामला सिद्धारमैया के लिए सिरदर्द हो सकता है और यह बात तो है ही कि यह अपने तरह का अनूठा मामला है जहां सीधे जमीन अलॉट न करते हुए मुआवजे के नाम पर कीमती जमीन का घपला किया गया. वैसे सिद्धारमैया ने इसमें किसी भी गड़बड़ से इंकार किया है और उनका कहना है कि पार्वती को मुआवजा लेने का हक था इसलिए उन्हें यह जमीन मिली और वह भी भाजपा के सरकार में रहते हुए मिली.