1984 लिखा हुआ जूट बैग किया प्रियंका को गिफ्ट
फिलिस्तीन के लोगों के लिए संदेश वाला बैग लाई थीं प्रियंका, उसी का जवाब
प्रियंका वाड्रा का फिलिस्तीन वाला जूट बैग संसद में लाना खबर बना और इस पर हलचल मची तो पूछा गया कि वो बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को लेकर क्यों कुछ नहीं बोलती हैं लिहाजा अगले दिन वो इस का भी एक झोला लेकर संसद में पहुंच गईं. यानी पिछले दिनों उन्होंने झोले के माध्यम से अपनी बात कहने का जो अंदाज निकाला वही आज उन्हें भारी पड़ गया.
पहले तो उन्हें इस मुद्दे पर लोकसभा अध्यक्ष ने चेताया था और आज भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने उन्हें 1984 की याद दिलाने वाला वैसा ही बैग भेंट कर दिया जैसा वो पिछले दिनों लाई थीं. 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद जो कत्ले आम हुए थे उनमें जगदीश टाइटलर जैसे लोग आरोपी पाए गए थे और तब भी तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने यही कहा था कि जब एक बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है. आज अपराजिता ने उसी संदर्भ में प्रियंका को 1984 लिखा हुआ यह नया बैग भेंट किया.