Dealers हैं जिन्हें आप Leader समझ रहे हैं
संजय निरुपम ने कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल को लेकर कहा है कि उन्हें लीडर समझने की गलती न करें वे तो डीलर हैं. दरअसल निरुपम जो अब बोल रहे हैं उसमें काफी कुछ बातें तो सामने आती रही हैं लेकिन कुछ खुलासे तो वाकई चौंकाने वाले हैं. निरुपम की मानें तो वेणगुगोपाल न सिर्फ पार्टी में पद देने के बदले पैसा लेते हैं बल्कि राज्यों में कांग्रेस के मंत्रियों को भी पैसे पहुंचाने होते हैं. निरुपम ने वेणुगोपाल को व्हीलर डीलर बताते हुए कहा कि यह आज की गरीब कांग्रेस है जिसमें लीडर नहीं डीलर ऊपर तक हैं. यूं तो निरुपम पुरी से कांग्रेस प्रत्याशी द्वारा टिकट वापस देने को लेकर निशाना साध रहे थे लेकिन इसमें उन्होंने बाकी के मामले भी जोड़ दिए. पुरी से प्रत्याशी सुचरिता मोहंती ने यह कहते हुए टिकट लौटा दिया था कि कांग्रेस ने जितने पैसे चुनाव लडए़ने के लिए देने का वादा किया था उतने पहुंचाए ही नहीं गए और इसके चलते उन्हें चुनाव लड़ने में कोई रुचि नहीं है. वहीं इंदौर के प्रत्याशी रहे अक्षय बम ने नामांकन लेते हुए यही कहा कि उनसे तो टिकट के बदले पैसे लिए गए और जब वे चुनाव प्रचार के लिए बड़े नेताओं की सभा मांग रहे थे तो उनसे हर कदम पर पैसे की डिमांड की गई. बम ने तो बूथ लेवल तक पर कार्यकर्ताओं द्वारा पैसे की मांग करने की बात कह डाली. केएल शर्मा जो अब अमेठी से प्रत्याशी हैं, उन्हें लेकर भी एक पर्व विधानसभा प्रत्याशी ने यही आरोप लगाया कि पार्टी की तरफ से वादा किया गया लेकिन उन तक वादे की राशि का एक तिहाई भी नहीं पहुंचा और बाकी सारा पैसा शर्मा ने रख लिया. निरुपम की कही लीडर और डीलर की बात काफी चर्चा में है और इस पर कई कांग्रेसी अलग अलग तरह से प्रतिक्रिया दे रहे हैं.