Yogi पर आधारित बताई जा रही फिल्म अटकी
सीबीएफसी ने कहा यूपी सरकार को आपत्ति है, निर्माता भी जिद पर अड़े
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित बताई जा रही फिल्म ‘अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी’ पर विवाद बॉम्बे हाईकोर्ट में जा पहुंचा है, अब रिलीज से पहले जज इसे देखेंगे और तब फैसला होगा कि यह कब रिलीज होगी भी या नहीं. इस फिल्म को सम्राट सिनेमैटिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने बनाया है और लेखक शांतनु गुप्ता की लेखनी ‘द मॉन्क हू बिकेम चीफ मिनिस्टर’ को आधार में रखकर बनाई गई है. निर्माता ने बताया है कि उन्हें यूपी सीएम ऑफिस से इसके लिए स्वीकृति मिल चुकी है लेकिन सेंसर बोर्ड प्रमाणन में देरी कर रहा है. उधर सीबीएफसी ने कहा है कि उन्हें यूपी सरकार की तरफ से इस पर आपत्ति मिली है. यह फिल्म 1 अगस्त को रिलीज होने की एक बार स्वीकृति भी मिल गई थी लेकिन बाद में यह अटक गई. कोर्ट में यह बात निर्माता ने रखी कि सीबीएफसी ने फिल्म देखे बिना इसे रोकने का निर्णय लिया, जो गलत तरीका है.
6 अगस्त को सीबीएफसी ने फिल्म को प्रमाणन देने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि इसमें ऐसे कम से कम 29 दृश्य और संवाद हैं जो अनुचित हैं. आठ आपत्तियां वापस ले लेन के बाद भी इस पर सीबीएफसी को 21 आपत्तियां हैं. रिवाइजिंग कमेटी ने भी निर्माता का 17 अगस्त को आवेदन खारिज कर दिया गया. मामले में निर्माता की तरफ से कहा गया है कि सीबीएफसी ने सर्टिफिकेशन को एक निजी व्यक्ति की सहमति से जोड़ दिया है, जो ठीक नहीं है और कोर्ट किसी व्यक्ति के निजी हितों की रक्षा करने के लिए नहीं है. निर्माता ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की भी दुहाई दी है. ऐसे में अब योगी पर बताई जा रही यह फिल्म एक कानूनी पचड़े में उलझ गई है.