Turkey एर्दोगान और ‘हमारे’ आमिर खान
जरा याद इन्हें भी कर लें
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के साथ सबसे ज्यादा खुलकर साथ देने वाले दो देश थे, पहला तुर्की और दूसरा अजरबैजान. तुर्की ने तो भरभर कर अपने ड्रोन और दूसरे हथियार पाकिस्तान को दिए. इधर भारत में आमिर खान अपने लिए नई बीबी तलाश कर चुके हैं और अपने अफेयर में इतने मशगूल हैं कि उन्हें पता ही नहीं चला कि भारत में पहलगाम में लोगों को धर्म पूछ पूछ कर मार दिया गया, इसके बाद जब भारत ने पाकिस्तान पर इसका बदला लेने के लिए हमले किए तब भी आमिर खान को कुछ पता नहीं चला और वो अब भी नींद में ही हैं, लेकिन इन सज्जन को एक बात बहुत अच्छी तरह पता है कि तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगॉन की पत्नी कितनी अच्छी मेहमाननवाज हैं और यह भी कि फिल्म की शूटिंग के लिए भारत से दुश्मनी निभाने वाले तुर्की से अच्छी कोई जगह नहीं हो सकती.
रेसिप तैयप एदोर्गान भारत से आज दुश्मनी निभाकर पाकिस्तान का साथ देने निकल पड़े हों ऐसा भी नहीं है. 2020 में जब लालसिंह चड्ढा की शूटिंग करने के दौरान आमिर एर्दोगान की पत्नी के साथ फोटो शूट करा रहे थे उससे एक ही साल पहले यूनाइटेड नेशंस में तुर्की की तरफ से यूएन में कश्मीर का मुद्दा उठाया गया था और दिल्ली में जब दंगे हुए तो एर्दोगान ने बयान दिया था कि हिंदू हैं जो मुस्लिमों को मार रहे हैं. जब आमिर ने तुर्की में फिल्म की शूटिंग की थी और एर्दोगान के परिवार के साथ खूब नजदीकियां बढ़ाई थीं तब भी सवाल पूछे गए थे कि आखिर पूरी दुनिया में आमिर को तुर्की ही क्यों पसंद आया और फिर जो आदमी भारत के खिलाफ खुलकर बोलता हो उसके यहां ही मेहमाननवाजी क्यों करानी पड़ी. अब जब भारत और पाकिसतान के बीच युद्ध वाले हालात में तुर्की ने भारत पर हमले के लिए सबसे ज्यादा असलहा पहुंचाया तब एक बार फिर सवाल उठ रहे हें कि आखिर अमार का तुर्की कनेक्शन क्या है और यह भी कि पहलगाम से आज तक क्या आमिर के पास अपनी बात रखने के लिए एक भी शब्द नहीं है.