Saif पर हमला हुआ भी था या नहीं – नीतीश राणे
पांचवें दिन लौटने में तो सैफ नाचते हुए घर पहुंचे
जिस अंदाज में पांच दिन तक सैफ को घायल किए जाने की खबरें चलीं उससे सभी को लगा था कि वाकई चोट गहरी होगी लेकिन जिस तरह से पांच दिन बाद सैफ 21 जनवरी को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद सामने आए उसने सभी को चौंका दिया क्योंकि न तो यहां कोई छह गहरे घाव जैसा कोई मामला था और न रीढ़ की हड्डी में किसी तरह की गंभीर चोट का निशान. बिलकुल फिल्मी अंदाज में सैफ एक दो बैंडेज वगैरह के साथ फिट एंड फाइन नजर आए. सवाल तो खैर उस थ्योरी पर भी हैं जो पुलिस ने हमलावर को लेकर परोसी है लेकिन पांच दिन की मीडियाई खबरों और सैफ के लौटने के अंदाज पर सभी के मन में तो सवाल उठ ही रहे थे, अब ये सवाल पूछे भी जाने लगे हैं.
संजय राउत और नारायण राणे जैसे नेताओं ने सवाल उठाते हुए पूछा है कि वाकई सैफ पर हमला हुआ भी था या नहीं. महाराष्ट्र के मंत्री नीतीश राणे ने सैफ की अस्पताल से छुट्टी पर हैरानी जताते हुए पूछा है कि क्या हमला सच में हुआ था या यह सिर्फ एक नाटक ही था. पांच दिनों तक मीडिया में जिस तरह की इस मुद्दे पर आपाधापी भरी रिपोर्टिंग की गई उस पर भी अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या पांच दिनों तक मर्जी से ही घावों की संख्या, चाकू के टूटे टुकड़े मिलने, गंभीर घावों के होने अैर छह घंटे लंबी सर्जरी चलने जैसी बातें बताई जाती रहीं जबकि हकीकत किसी को पता ही नहीं थी. राणे ने सैफ के वापसी पर चलते-चलते डांस करने पर तो सवाल उठाया ही साथ ही विपक्ष को इस बात के लिए भी घेरा कि सुशांत जैसे मामलों पर सुप्रिया सुले जैसे नेता कुछ नहीं कहते लेकिन शाहरुख खान के बेटे या सैफ की चिंता उन्हें बराबर रहती है.