April 19, 2025
Film

26-11 के मास्टरमाइंड का प्रत्यर्पण, क्या राहुल भट्‌ट भी आएंगे घेरे में

तहव्वुर के मामले में इंडी गठबंधन कह रहा कार्रवाई की शुरुआत हमने की जबकि बराक ओबामा की किताब ठीक उलट जानकारी दे रही

मुंबई में हुए आतंकी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा का अमेरिका से प्रत्यर्पण हो जाने के बाद अब उसका हिसाब कानून के तरीके से होगा लेकिन इस सब में एक सवाल अब भी बचा हुआ है कि बॉलीवुड से जो लिंक जुड़े थे उन पर काम क्यों नहीं हो रहा है. जिस हेडली के फरवरी 2016 में अप्रूवर बन जाने के बाद दिए बयान से तहव्वुर इस मुकाम तक पहुंचा है उस हेडली के साथ महेश भट्‌ट के बेटे राहुल के अच्छे संबंध रहे हैं और बार बार उसका नाम इस मामले में आ चुका है लेकिन हद यह है कि इस प्रत्यर्पण के बाद भी राहुल को लेकर कहीं कोई खबर नहीं है. वैसे प्रत्यर्पण के कागज पर अकेले तहव्वुर का जिक्र नहीं है बल्कि उसके पाकिस्तान के हैंडलर्स के साथ काम करने, लश्कर ए तैयबा और हूजी के भी नाम शामिल हैं.

इस मामले में मजेदार बात यह भी हो रही है कि इंडी गठबंधन की ओर से कुछ नेता कह रहे हैं कि इस काम की शुरुआत तो हमने की थी इसलिए ही तहव्वुर भारत लाया जा सका है लेकिन अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की किताब में इस बात का साफ जिक्र है कि मनमोहन सरकार इस मामले में कतई रुचि नहीं ले रही थी कि भारत के प्रति जिसने इतना जघन्य अपराध किया हो उसका प्रत्यर्पण तो दूर उससे पूछताछ के लिए भी समय नहीं निकाल रही थी. अब संजय राऊत और कपिल सिब्बल कह रहे हैं कि तहव्वुर को भारत लाने की प्रक्रिया हमने शुरु की थी लेकिन ओबामा की किताब ठीक उलट तस्वीर सामने रखती है. अमेरिका को तहव्वुर के मामले में इसलिए भी चिंता थी क्योंकि वह अकेले भारत का अपराधी नहीं था बल्कि डेनमार्क के भी एक मामले में उसे सजा हुई थी. इस पूरे मामले में अब जो बड़ी बात है वह यह कि मुंबई हमलों के समय जिन पुलिस अफसर पर गोली चली थी वे ही तहव्वुर मामले को एनआईए चीफ की हैसियत से संभालेंगे.