रक्षाबंधन 2025 के शुभ मुहूर्त : 9 अगस्त को कौन से योग में कब से कब तक बांध सकते हैं राखी
-भाई और बहन के प्रेम को समर्पित प्यारा सा पर्व रक्षाबंधन इस बार 9 अगस्त श्रावण पूर्णिमा, सोमवार को है। रक्षाबंधन के त्योहार पर इस बार भद्रा का साया नहीं रहेगा यानी इस बार दिनभर राखी बांधी जा सकेगी।
ज्योतिषी और विद्वानों का मत है कि भद्रा काल में राखी नहीं बांधनी चाहिए जो कि अक्सर राखी पर होती है लेकिन इस बार ऐसा न होने से सुबह से रात तक में रक्षाबंधन के लिए कई बेहतर मुहूर्त हैं. चूंकि नौ अगस्त को सुबह सूर्योदय से लेकर ही सर्वार्थ सिद्धि योग है जो कि दिन में 3 बजकर 37 मिनट तक रहेगा इसलिए इस बीच में राखी बांधना शुभ है.
कई ज्योतिर्विद कह रहे हैं कि श्रावणी उपाकर्म के लिए सूर्योदय से तीन बजकर 37 मिनट तक का समय अच्छा होगा. श्रावणी पर ऋग्वेदी, यजुर्वेदी ब्राह्मण उपाकर्म करते हैं. श्रवण नक्षत्र, पूर्णिमा और सोमवार होने से सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है साथ ही व्रत की पूर्णिमा भी इसी दिन रहेगी।

रक्षा बंधन के सर्वश्रेष्ठ शुभ मुहूर्त में सूर्योदय से लेकर दोपहर तक सर्वश्रेष्ठ रहेगा।
इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, शोभन योग और श्रवण नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है. माना जाता है कि इस योग में राखी बांधने से रिश्तों में मधुरता बनी रहती है.भाई की कलाई पर राखी हमेशा सही विधि से बाधंनी चाहिए। इस दौरान सबसे पहले भाई को रोली, अक्षत का टीका लगाएं। भाई की दाहिने हाथ की हथेली में चांदी का सिक्का रखकर मुट्ठी बंधवाएं फिर भाई की कलाई पर राखी बांधें। इसके बाद उसे मिठाई खिलाएं। फिर भाई की आरती उतारे, और उसके सुखी जीवन की कामना करें। वहीं राखी बंधवाने के बाद भाई को अपनी बहनों के चरण स्पर्श करने चाहिए। उपहार अवश्य दें.
रक्षाबंधन का मंत्र
येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल:।
तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि ,रक्षे माचल माचल:।
