पितृ को प्रसन्न करने के 5 मंत्र याद कर लीजिए
–पितृ हमारे पूर्वजों को कहा जाता है. अक्सर हमारी कुंडली में पितृ दोष निकल आता है जिसका समाधान अलग अलग बताया जाता है. हम लाए हैं पितृ को प्रसन्न करने के 5 दिव्य अचूक मंत्र जिन्हें आप किसी भी अवसर पर मन में पढ़ सकते हैं… कोई भी काम करने से पूर्व पितृ का इन मंत्रों से स्मरण किया जा सकता है..
- ॐ कुलदेवतायै नम:- 21 बार
- ॐ कुलदैव्यै नम:- 21 बार
- ॐ नागदेवतायै नम:- 21 बार
- ॐ पितृ देवतायै नम:- 108 बार
- ॐ पितृ गणाय विद्महे जगतधारिणे धीमहि तन्नो पित्रो प्रचोदयात्।