April 19, 2025
ज्योतिष

क्या आपको भी पितृदोष है, श्राद्ध पक्ष में करें शांति के सरल उपाय

-श्राद्ध पक्ष 2024- आपने अक्सर सुना होगा कि पत्रिका में पितृदोष है.इसके अलावा जीवन में आने वाली बाधाओं को देखकर भी यह अनुमान लगाया जाता है कि पितृ दोष के कारण संकट हो रहा है.आइए जानते हैं कि पितृदोष होने पर श्राद्ध पक्ष के 16 दिन क्या उपाय किए जा सकते हैं-

षोडश पिंडदान

नागदेव की पूजा

ब्राह्मण को गौदान

कुआं, बावड़ी, तालाब आदि बनवाना,

मंदिर प्रांगण में पीपल, बिल्वपत्र, बरगद आदि देववृक्ष लगवाना

विष्णु मंत्रों का जाप आदि करना,

श्रीमद्द्भागवत का पाठ

पुराणों में पितरों के लिए मंत्र, स्तोत्र एवं सूक्तों का वर्णन है जिसके नियमित पाठ से पितृ बाधा शांत हो जाती है।

भगवान भोलेनाथ की तस्वीर या प्रतिमा के समक्ष बैठकर ‘ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय च धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात’ मंत्र की 1 माला नित्य जाप करने से पितृदोष शांत होकर शुभत्व की प्राप्ति होती है।

पितृ पक्ष में पीपल की परिक्रमा अवश्य करें। जल चढ़ाएं…अगर 108 परिक्रमा लगाई जाए तो पितृदोष अवश्य दूर होगा।

पितरों के निमित्त पवित्रतापूर्वक बनाया गया भोजन, चावल, घी एवं रोटी गाय को खिलाने से पितृदोष शांत होता है।

अपने माता-पिता व बुजुर्गों का सम्मान करने और उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति करते रहने से पितर हमेशा प्रसन्न रहते हैं।

‘हरिवंश पुराण’ का श्रवण करें या स्वयं नियमित रूप से पाठ करें।

दुर्गा सप्तशती या सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से भी इस दोष में कमी आती है।

तांबे के कलश में लाल फूल, लाल चंदन, रोली आदि डालकर 11 बार ‘ॐ घृणि सूर्याय नम:’ मंत्र का जाप करते हुए सूर्य अर्घ्य देने से पितरों की ऊर्ध्व गति होती है।

पूर्वजों के नाम दूध, चीनी, सफेद कपड़ा, दक्षिणा आदि किसी मंदिर में अथवा किसी योग्य ब्राह्मण को दान करना चाहिए।