April 19, 2025
ज्योतिषतीज त्यौहार

महाष्टमी 2024 : नवरात्रि दुर्गा पूजा का आठवां दिन सबसे शक्तिशाली है, कब करें कन्या पूजन?

-नवरात्रि के शुभ और पवित्र दिनों में अष्टमी व्रत रखने की परंपरा है। देवी मां के कुछ भक्त पूरे 9 दिनों तक व्रत रखते हैं और पूरे विधि-विधान से मां की उपासना करते हैं जबकि अष्टमी का उपवास अधिकांश लोग करते हैं.. नवरात्रि के पावन मौके पर मां शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कन्दमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। हिन्दू धर्म में इन सभी देवियों का विशेष महत्व है। इन सभी देवियों की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति के साथ-साथ नवग्रह से भी शांति मिलती है।

साल 2024 में अष्टमी कब है?
नवरात्रि दुर्गा पूजा का आठवां दिन महाष्टमी कब है?

दुर्गा पूजा का आठवां दिन महा अष्टमी 11 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा। यह 9 दिवसीय त्यौहार का सबसे महत्त्वपूर्ण दिन माना जाता है, जिसमें विशेष प्रार्थना, उपवास और अनुष्ठान, विशेषकर कुमारी पूजा और संधि पूजा की जाती है।

अष्टमी के दिन मां की आराधना-पूजन और हवन करने से हर प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं। महा अष्टमी को दुर्गा पूजा का सबसे शक्तिशाली और शुभ दिन माना जाता है।यह वह दिन है, जब देवी दुर्गा ने राक्षस महिषासुर को हराया था, जो बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। इस दिन भक्तगण दुर्गा के सबसे शक्तिशाली रूप की पूजा करते हैं, जिन्हें अक्सर महिषासुरमर्दिनी के नाम से जाना जाता है।

अष्टमी और नवमी 2024 के शुभ मुहूर्त
October 2024 में क्या है अष्टमी और नवमी का सही समय
अष्टमी का पर्व 10 अक्टूबर दोपहर 12 बजकर 31 मिनट पर शुरू होकर 11 अक्टूबर को 12 बजकर 6 मिनट पर समाप्त होगा। इस समय के बाद नवमी तिथि लगेगी, जो 12 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 57 मिनट तक रहेगी।

क्या है कन्या पूजन का सही समय
कन्यापूजन 11 अक्टूबर को सुबह 7 बजकर 47 मिनट से लेकर 10 बजकर 41 मिनट तक है। वहीं, इसके बाद दोपहर 12 बजकर 8 मिनट से लेकर 1 बजकर 35 मिनट तक है।