हिंदी कविता : लौट आओ लड़की, कहां खो गई हो
–स्मृति आदित्य-लौट आओ लड़की… कहाँ खो गई हो….कैसी बंजर धरती पर अपने सपने बो गई हो-लौट आओ लड़की कहाँ खो
Read More–स्मृति आदित्य-लौट आओ लड़की… कहाँ खो गई हो….कैसी बंजर धरती पर अपने सपने बो गई हो-लौट आओ लड़की कहाँ खो
Read More-डॉ. सेहबा जाफ़री -चांदनी से धुली, पर्वतों की थकनएक लड़की जो ख़ुद में ही रहती मगनउसके पैरों में बिजली की
Read More-सहबा जाफ़री चाय के कप से उठने वाली भाप से फिर एक नाम लिखेंबचपन वाली आदत लेकर, एक नया यह
Read More-लोरी अली तेरी एक मुस्कान में लल्ला, मात यशोदा वारी हैसारा गोकुल वारी है, ग्वाले, गैया वारी हैनटखट तेरी खटपट
Read More-सहबा जाफ़री की कविता : फूल खिलते हैं… जब उड़ती हैं बेटियां तितलियों सी बहती हैं नदियों सी और उड़ा
Read More–विभा जैन (ओजस) -आ गया है श्रावण मास ,धर्म कर पुण्य की जागी है आस।आज है सावन का पहला सोमवार,
Read More– स्नेहा काले -हां सच है मैं अभी जिंदा हूँ नाआप सबके सामने आज लिखी अक्षरों मेंविश्वास करो ऑंखों से
Read More-हंसा मेहता, इंदौर -कसमसाता मन हमारा ढूंढता है तपिश में छाया हम निर्दयी बने बेरहम बन, वन उजाड़े। घने आच्छादित
Read More