June 21, 2025
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Weddings भारत में इन दो महीने में 48 लाख शादियां

भारत में शादियों के खर्च का अनुमान भी देखिए
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने एक अनुमानित आंकड़ा जारी करते हुए बताया है कि इस साल के आखिरी दो महीने यानी नवंबर और दिसंबर 2024 में भारत में 48 लाख शादियां होने की संभावना है. लाख दो लाख ऊर नीचे में बात पचास लाख शादियों तक भी जा सकती है. ये शादियां छह लाख करोड़ से कहीं ज्यादा का सीधा कारोबार करने की उम्मीद देती हैं. कन्फेडरेशन का मानना है कि शादियों में जिस मद पर सबसे ज्यादा खर्च होता है वह खाने पीने और केटरिंग का ही है.

अनुमान यह लगाया गया है कि खानपान में दस प्रतिशत और केटरिंग में दस प्रतिशत मिलाकर यह मामला एक शादी पर होने वाले खर्च का बीस प्रतिशत तक जा पहुंचता है. दूसरे नंबर पर जेवर और आभूषणों वाला खर्च है और यह एक शादी में औसत पंद्रह प्रतिशत तक पहुंचता है. तीसरे नंबर पर सजावट पर होने वाला खर्च है जो जेवरों पर खर्च से सिर्फ एक प्रतिशत कम है यानी साज सज्जा पर 14 प्रतिशत का खर्च होता है. इवेंट मैनेजमेंट पर होने वाला नौ प्रतिशत खर्च, होटल वेन्यू पर लगभग पांच प्रतिशत और इलेक्ट्रॉनिक्स पर पांच प्रतिशत तक के खर्च का अनुमान कन्फेडरेशन ने लगाया है. लेन देन पर लगभग शादी के कुल खर्च का चार प्रतिशत और ट्रांसपोर्टेशन पर तीन प्रतिशत खर्च माना जाता है.