April 19, 2025
Business Trends

Trump के नए टैरिफ प्लान से पूरी दुनिया के बाजारों में हलचल

भारत को 26 प्रतिशत वाले टैरिफ की श्रेणी में रखा, चीन पर 34 प्रतिशत

MAGA यानी मेक अमेरिका ग्रेट अगेन की नीति के तहत अमेरिका ने बुधवार को दुनियाभर के व्यापार जगत को हिला दिया. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने बाकयादा एक लंबी सूची जारी करते हुए बताया कि अब अमेरिका किस देश से किस रेट पर टैरिफ वसूलेगा. भारत को 26 प्रतिशत की टैरिफ श्रेणी में रखा गया है. व्हाइट हाउस के रोज़ गार्डन से ट्रंप ने टैरिफ की नई दरों की घोषणा में बताया है कि अब अमेरिका जैसे को तैसा वाली नीति पर चलेगा और नई टैरिफ नीति इसी हिसाब से तय की गई है. ट्रंप का कहना है कि अमेरिका अब तक महज ढाई प्रतिशत शुल्क ले रहा था जबकि भारत अमेरिकी सामान पर 70 प्रतिशत तक शुल्क लेता है. अब अमेरिका ने तय किया है कि वह भारत से 26 प्रतिशत का “रियायती जवाबी शुल्क” लेगा.
ट्रंप ने मोदी को अच्छा दोस्त बताते हुए कहा कि इसके बावजूद भारत अमेरिका से ज्यादा शुल्क वसूलता है जो अच्छी बात नहीं है. केंद्र सरकार ने नए अमेरिकी टैरिफ प्लान पर कहा है कि भारत के लिए इसे बड़ा झटका कहना सही नहीं है. हम विश्लेषण और विचार के बाद आगे की रणनीति बनाएंगे. वैसे अमेरिका के इस निर्णय से सिर्फ भारत प्रभावित नहीं है बल्कि पूरी दुनिया पर ही इसका असर पड़ना तय है. चीन ने उस पर लगाए गए टैरिफ रेट्स को अमेरिका की दादागिरी कहा है वहीं ब्रिटेन ने ट्रंप टैरिफ को लेकर कहा कि हम कोई व्यापार युद्ध नहीं चाहते और अमेरिका व ब्रिटेन के बीच कोई अच्छा समझौता हो जाएगा. वहीं इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने यूरोपीय संघ पर 20 प्रतिशत टैरिफ को अनुचित बताया. मेलोनी ने भी अमेरिका के साथ समझौते की संभावना की बात कही, हालांकि ब्राजील ने जरुर कहा है कि वह टैरिफ मसले पर डब्ल्यूटीओ में जाएगा. ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बानीज का कहना है कि अमेरिकी टैरिफ अनुचित हैं लेकिन ऑस्ट्रेलिया जवाबी कार्रवाई नहीं करना चाहता. कुछ आर्थिक विश्लेषक कह रहे हैं कि ट्रंप ने यूरोप को चौराहे पर ला दिया है. ऊंचे टैरिफ का यूरोप को जवाब देना होगा और अभी तो इस सबमें यूरोप को ही नुकसान नजर आ रहा है.