Tariff Tussle में भारत के लिए कितनी हैं संभावनाएं
क्या भारत के लिए फायदेमंद भी हो सकती है अमेरिका की टैरिफ नीति
अमेरिका ने भारत पर जो 26 प्रतिशत टैरिफ लगाया है उससे पड़ने वाले प्रभाव तो समझना कुछ समय लेगा और फिलहाल यह हिसाबअ पूरी दुनिया लगा रही है लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि अमेरिका का यह टैरिफ भारत के लिए बेहतर मौका भी हो सकता है. पहली बात तो यही कि भारतीय निर्यातक इसका सामना करने के लिए बेहतर स्थिति में हैं और दूसरी बात यह कि चीन जैसे देशों के लिए जो टैरिफ दर है उससे कम भारत पर है जो एक अच्छी बात है. तीसरा एक और फैक्टर यह भी है कि भारत के पास दूसरे देशों के लिए जो रास्ते इस कदम के बाद खुल सकते हैं वो लंबे समय में काफी काम के हो सकते हैं.
भारत निवेश आकर्षित करके, उत्पादन बढ़ाकर तथा अमेरिका को निर्यात बढ़ाकर टैरिफ मुद्दे पर फायदे की स्थिति में आ सकता है. लॉजिस्टिक्स और बुनियादी ढांचे में निवेश, नीतिगत स्थिरता बनाए रखने के साथ ही यदि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बेहतर बना लें तो ट्रंप के टैरिफ, जिनसे पूरी दुनिया खौफ में है कम से कम भारत के लिए अच्छे भी साबित हो सकते हैं. अमेरिका ने भारत को 26 प्रतिशत टैरिफ श्रेणी में रखा है, जबकि वियतनाम पर 46 प्रतिशत, चीन पर 34 प्रतिशत, इंडोनेशिया पर 32 प्रतिशत और थाईलैंड पर 36 प्रतिशत टैरिफ लगाया है. अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध से भी भारतीय निर्यातकों को अपना निर्यात बढ़ाने में मदद होगी.