June 20, 2025
Business Trends

Tariff की मार भारत पर कम असर डालेगी-फिच की रिपोर्ट

आरबीआई के विकास अनुमानों के करीब ही रखा है फिच ने इकॉनॉमी बढ़ने का अनुमान

वर्ल्ड रेटिंग एजेंसी फिच ने कहा है कि अमेरिका ने जो नई टैरिफ नीति लागू की है उससे भारत को बहुत ज्यादा नुकसान नहीं होगा. फिच का मानना है कि भारत में बाहरी मांग पर निर्भरता कम होने के चलते नुकसान उतना नहीं होगा जितना दूसरे देशेां को होना संभावित है. फिच ने देश की अर्थव्यवस्था 2026 में 6.5 प्रतिशत और 2027 में 6.3 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद जताई है. फिच ने 2026 के लिए पहले भी अनुमान को 6.5 प्रतिशत पर माना था और अब भी उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है. दिसंबर में फिच ने 2027 के लिए 6.2 प्रतिशत की वृद्धि दर की संभावना जताई थी लेकिन अब इसे और बढ़ाकर 6.3 तक कर दिया है यानी फिच का भारतीय अर्थव्यवस्था पर भरोसा लगातार बढ़ ही रहा है. ओईसीडी ने ये अनुमान 2026 में 6.4 प्रतिशत माना है. जबकि आरबीआई ने इस वित्त वर्ष में 6.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया है. फिच ने भारत में मुद्रास्फीति पूर्वानुमान को 4 प्रतिशत पर रखा है लेकिन 2027 में यह संभावना 4.3 प्रतिशत संभावित माना गया है.
वैश्विक मोर्चे पर विकास दर अनुमान 2.3 प्रतिशत रखा है. फिच की रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारे पूर्वानुमान बता रहे हैं कि यूरोप, कनाडा, मैक्सिको और अन्य देश 2025 में 15 प्रतिशत की प्रभावी टैरिफ दर के दायरे में आ जाएंगे जबकि चीन पर यह दर 35 प्रतिशत तक हो सकती है.
अमेरिका की टैरिफ वृद्धि से 2026 तक अमेरिका, चीन और यूरोप में सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 1 प्रतिशत की कमी आने का अंदेशा भी इस रिपोअर् ने जताया है. अमेरिका इस्पात और एल्युमीनियम उत्पादों पर टैरिफ लगा चुका है.