Safety Labeling वाहनों पर जरुरी करें सरकारें
कई देशों में अभी यह ऐच्छिक है लेकिन इसे अनिवार्य करने की जरुरत
इंटरनेशनल ट्रांसपोर्ट फोरम (ITF) में दुनिया भर की सरकारों से मांग की गई है कि सभी नए वाहनों पर सेफ्टी लेबलिंग की जाए. सुरक्षा के लिए दी जाने वाली स्टार रेटिंग से आम ग्राहकों को निर्धय लेने में आसानी होगी कि उन्हें सुरक्ष्द्वााके लिहाज से कौन सी गाड़ी लेना बेहतर होगा. इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर एनर्जी एफिशिएंसी और खाने-पीने की चीजों पर न्यूट्रिशन फैक्ट अनिवार्य हैं उसी तरह सरकारें वाहनों की सुरक्षा लेबलिंग जरुरी कर दें. इससे कंपनियां भी सुरक्षित वाहन बनाने पर ज्यादा ध्यान देंगी.
इसके जरिए सुरक्षा मानकों से बचने की गुंजाइश नहीं होगी. रिपोर्ट कहती है कि पिछले 25 सालों में दुनिया में लगभग दो अरब वाहन बने हैं, लेकिन कई में बेसिक सेफ्टी फीचर्स तक नहीं हैं. ऐसे वाहनों से सड़क पर मौतों का आंकड़ा भयावह हो रहा है. सुरक्षा लेबलिंग तभी प्रभावी होगी जब सरकारें भी इस बारे में सोचें. वाहन सुरक्षा लेबलिंग को मौजूदा फ्यूल एफिशिएंसी लेबलिंग के साथ यूनीफाई करने का भी सुझाव दिया गया है. जिन देशों में NCAP स्वैच्छिक है, वहां इसका अनिवार्य करना समय की मांग है. एनकैप के सीईओ रिचर्ड वुड्स का कहना है कि NCAP प्रोग्राम दुनियाभर में वाहन सुरक्षा पर फोकस कर रहा है. यदि सेफ्टी लेबलिंग अनिवार्य हो तो ग्राहक सही चुनाव कर सकेंगे. इस पर सरकारों को जल्दी कदम उठाने चाहिए.