RBI का अनुमान, जीडीपी 6.75 प्रतिशत रहेगी
रेपो रेट में कमी से सस्ते लोन की संभावनाएं बढ़ेंगी
आरबीआई के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा ने रेपो रेट में कमी के साथ वित्त वर्ष के अनुमान भी जारी किए हैं जिनके मुताबिक 2025-26 में जीडीपी ग्रोथ रेट 6.75 प्रतिशत और महंगाई दर 4.2 प्रतिशत रह सकती है. रेपो रेट में कमी के चलते आम लोगों के लिए फरवरी में दो बड़ी आर्थिक खबरें हो गई हैं. बजट में मिली राहत के बाद अब रेपेा रेट में कमी के चलते बैंक लोन्स में भी ब्याज पर राहत मिलना तय है. आयकर में बड़ी राहत के बाद अब होम, ऑटो और पर्सनल लोन सस्ता हो रहा है.
गवर्नर ने जो आंकड़े जारी किए हैं उनके हिसाब से चालू वित्त वर्ष में जीडीपी 6.4 प्रतिशत रहेगी और महंगाई दर 4.8 तक होगी. माना जा रहा है कि आरबीआई अभी ब्याज दर में और कमी कर सकता है. पिछले 5 साल में बैंकों ने करीब 2.5 प्रतिशत तक ब्याज दरें बढ़ाईं. फिर भी ईएमआई वही रही. ब्याज दरें घटने का अच्छा प्रभाव उद्योगों पर भी पड़ेगा क्योंकि इससे कर्ज की लागत घटेगी जो विस्तार योजनाओं के सस्ते लोन की दिशा बेहतर करेगी. जिससे उत्पदन बढ़ेगा. आरबीआई ने दरों में कटौती इसलिए की है क्योंकि कर्ज की दरें काफी ज्यादा होने से कर्ज की रफ्तार कोविड के बाद सबसे निचले स्तर तक चली गई थी.