Pakistan ने घटाया जीडीपी ग्रोथ का अनुमान
अनुमान में ही एक प्रतिशत से ज्यादा की कमी हो गई है जबकि हकीकत में तो यह और कम आनी है
पाकिस्तान दुनियाभर के सामने अपनी भारत पर कथित जीत का जश्न मना रहा है लेकिन उसके आर्थिक हालात भी बता रहे हैं कि भारत से संघर्ष ने उसे जान माल की नुकसानी के साथ ही आर्थक मार्चे पर भी बुरी तरह प्रभावित कर दिया है. पाकिस्तान को आईएमएफ से मिले कर्ज पर भी काफी उत्साह था लेकिन जिस तरह से आईएमएफ ने उस लोन की शर्तें रखी हैं वह भी काफी कड़ी हैं. अब पाकिस्तान ने दो जून को पेश किए जाने वाले बजट से पहले अपी जीडीपी ग्रोथ के अनुमान भी घटा लिए हैं.
पाकिस्तान सांख्यिकी ब्यूरो ने सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी के जून तक 2.68 प्रतिशत से बढ़ने की बात कही है, जबकि भारत से संघर्ष के पहले यह दर 3.6 होने का अनुमान था. इसका साफ मतलब यह है कि भारत से भिड़ने के बाद पाकिस्तान की जीडीपी का अनुमान ही एक प्रतिशत से नीचे आ गया है जबकि हकीकत में यह दर भी उसे हासिल नहीं होाने जा रही है. पिछले साल पाकिस्तान ने जो अनुमान लगाया था ग्रोथ उससे कहीं कम रही थी और इस आधार पर कहा जा सकता है कि पकास्तान की जीडीपी दो प्रतिशत के आसपास भी बढ़ जाए तो काफी माना जाएगा. भारत की इकानॉमी जिस समय लगभग 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है और उसमें पाकिस्तान से हुई झड़प का भी कोई असर नहीं हुआ है वहीं पाकिस्तान तमाम कर्जों के मिल जाने के बाद भी दो प्रतिशत के आसपास की ही ग्रोथ पर भटक रहा है.