Mahua और मारिसा की दोस्ती और हिंडनबर्ग रिपोर्ट का कनेक्शन
जिस एनसन ने हिंडनबर्ग को तथ्य दिए उसकी मालकिन महुआ की दोस्त
जिस हिंडनबर्ग के आरोपों को लेकर इंडी गठबंधन ने अडानी पर जमकर आरोप लगाए वह कंपनी तो बंद हो ही रही है लेकिन मामला अब ज्यादा उलझता इसलिए नजर आ रहा है क्योंकि टीएमसी की विवादित सांसद महुआ मोइत्रा इस सबमें एक किरदार की तरह नजर आ रही हैं. दरअसल हेज फंड कम्पनी एनसन फंड्स और हिंडनबर्ग के खिलाफ अमेरिकी एजेंसियों ने जाँच शुरु की है. अदालत में पेश कागजों से पता चला है कि एंडरसन और एनसन फंड्स ने शॉर्ट सेलिंग का एक बदनाम करने वाला अभियान चलाने के साथ ही शॉर्ट सेलिंग से खूब पैसा कमाया. इसमें महुआ मोइत्रा जो कभी जेपी मॉर्गन में वाइस प्रेसिडेंट थीं, की दोस्त मारिसा ही एनसन कंपनी के मुखिया की पत्नी हैं.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के लिए तथ्य एनसन ने उपलब्ध कराए थे. हिंडनबर्ग अब तक कह रही थी कि उसकी रिपोर्ट स्वतंत्र और निष्पक्ष होती है क्योंकि इसमें किसी दूसरी एजेंसी का दखल नहीं होता जबकि अब यह पता चला है कि एनसन ने ही हिंडनबर्ग को यह तक बताया कि रिपोर्ट में क्या लिखा जाए. अमेरिकी सिक्यूरिटी एक्सचेंज एजेंसी और कुछ एजेंसियाँ जाँच में यदि इन दोनों कम्पनियों को दोषी पाती हें तो इन पर मुकदमा भी चल सकता है. दरअसल जब हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आई थी तो यबये ज्यादा इसे उठाने वालों में महुआ मोइत्रा अव्वल थीं. अब एनसन के मुखिया मोएजकी पत्नी मारिसा सीगल कासम के बीच कनेक्शन की बात सामने आने पर यह माना जा रहा है कि अडानी को घेरने की बात किन स्तरों पर चल रही थी. मोइत्रा जब जेपी मॉर्गन में वाइस प्रेसिडेंट थीं तब मारिसा ने भी उनके साथ लंदन, हांगकांग और न्यूयॉर्क में काम किया है और तभी से इन दोनों की काफी गहरी दोस्ती रही है. महुआ मोइत्रा ने लगातार अडानी समूह के खिलाफ संसद में प्रश्न पूछे थे और तब भी उन पर आरोप लगे थे कि ये सारे प्रश्न महुआ ने दर्शन हीरानंदानी से गिफ्ट और बाकी फायदे लेने के बाद पूछे थे और इन प्रश्नों का उद्देश्य यह था कि हीरानंदानी को कारोबार में फायदा हो. यानी हिंडनबर्ग तक जानकारियां पहुंचानेख् उन पर रिपोर्ट बनवाने, फिर उन पर सवाल पूछते हुए हीरानंदानी को फायदा पहुंचाने और अडानी ग्रुप को नुकसान करवाने के सभी मामलों में जो एक नाम सबसे प्रमुख तौर पर आता है हो तो वह महुआ मोइत्रा का है.