October 4, 2025
Business Trends

GST की अब दो ही मुख्य दरें, बाजार में मनी फ्लो बढ़ेगा- मोदी

जीएसटी दरों में कटौती से बाजार को नई ऊर्जा मिलेगी
देश में वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी का नया युग शुरु हो रहा है जहां बाकी सारे स्लैब हटाकर मुख्य तौर पर दो ही स्लैब रखे गए हैं और अधिकतर चीजों का जीएसटी स्लैब घटा है. 22 सितंबर 2025 से केंद्र सरकार की अधिसूचित नई जीएसटी दरें लागू हो गई हैं जिनके चलते लोगों को राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. यह माना जा रहा है कि इस कदम से भारतीय बाजार में धन का प्रवाह बढ़ेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने भी इसे आर्थिक सुधार की दिशा में बड़ा कदम कहा है. मोदी ने अपने राष्ट्र के नाम दिए उद्बोधन में कहा कि जीएसटी दरों के सरलीकरण से उपभोक्ता विश्वास बढ़ेगा और व्यापारिक गतिविधियों को गति मिलेगी. वित्त मंत्रालय ने 17 सितंबर को नई दरों की अधिसूचना जारी करते हुए बताया था कि अब जीएसटी की मौजूदा चार दरों को घटाकर दो ही प्रमुख स्लैब रखे गए हैं जो पांच और अठारह प्रतिशत के होंगे हालांकि विलासिता की वस्तुओं पर एक अन्य दर 40 प्रतिशत की भी होगी, इसके अलावा तंबाकू उत्पादों पर 28 जीएसटी सेस के साथ लगना जारी रहेगा.
दूध, दही, पनीर, रोटी, पराठा, आइसक्रीम, बिस्किट, पेयजल, नारियल पानी, जैम, फल जेली, मक्खन और घी पर जीएसटी की दरें शून्य से 5 प्रतिशत हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि इस कटौती से उपभोक्ताओं को वस्तुएं सस्ती मिल सकेंगी. सरकार इस बात के लिए भी कदम उठा रही है कि कंपनियां मूल्य निर्धारण नीति में पर्याप्त बदलाव कर उपभोक्ताओं तक लाभ पहुंचाएं.
ट्रेड और इंडस्ट्री ने भी इस कदम को स्वागत योग्य बताया है.
प्रधानमंत्री ने जीएसटी में बदलाव को जन-हितैषी सुधार का एक कदम बताया है. उन्होंने कहा कि इससे महंगाई नियंत्रित होगी और बाजार में पैसे का फ्लो बढ़ेगा. नवरात्रि जैसे शुभ अवसर पर इसके लागू होने को उन्होंने देश की आर्थिक ऊर्जा की नई दिशा का शुभ संकेत बताया. नई जीएसटी दरें उपभोक्ताओं के साथ व्यापारिक जगत को भी नई दिशा देंगी.