Future & Options पर SEBI के कदम सफल हो रहे
पिछले साल उठाए गए कदमों के चलते एफएंडओ वाले जुए में आई कमी
डेरिवेटिव-फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस से पैसे बनाने के फेर में जो नौसिखिया तरीके से पैसा गंवा रहे थे उन लोगों को सेबी बचाने की कोशिश में लगा हुआ है. सेबी का मानना है कि खुदरा व्यापारियों ने पिछले तीन वर्षों में बड़े पैमाने पर शेयर बाजारों में एफएंडओ में भाग लेकर 1.8 लाख करोड़ रुपये गंवाए हैं. पिछले साल में खुदरा व्यापारियों को इस जुए से दूर करने के लिए कई उपाय किए उनके चलते डेरिवेटिव्स में 20 प्रतिशत लोगों को इसे जुए की तरह लेने की आदत छूटी है.
खुदरा व्यापारी इस सेगमेंट से दूर हो रहे हैं. खुदरा प्रीमियम कारोबार और व्यापारियों में 20 प्रतिशत की गिरावट बड़ी बात मानी जा रही है. सेबी ने 2024 में छह चरणों में एफएंडओ में खुदरा कारोबारियों और निवेशकों को रोकने के कई प्रयास किए. इसमें साप्ताहिक समाप्ति प्रति एक्सचेंज पर सीमित थी. अनुबंध का आकार भी बढ़ाया गया. नवंबर में लागू सुधारों के बाद जनवरी-फरवरी में खुदरा प्रीमियम में 20 प्रतिशत कम हुई है. नए एफएंडओ नियमों के कारण ऑप्शन भी कम हुए हैं. संस्थागत निवेशकों ने सेबी के नियमों में बदलाव के बाद से लगातार इसमें कमी देखी है. सेबी के इन कदमों के चलते आगे भी एफएंडओ में और कमी आने की संभावना है.