Boeing के लिए राहें मुश्किल, भारी नुकसान उठा रही और उतने ही मुकदमे भी झेल रही
अहमदाबाद में हुई दुर्घटना के बाद बोइंग विमानों खासतौर पर ड्रीमलाइनर सीरिज पर उठ रहे सवाल
बोइंग 787-8 प्लेन के अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद बोइंग की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं. घटना की खबर के साथ ही कंपनी के शेयर पांच प्रतिशत से ज्यादा टूटे और अब तक के रिकॉर्ड को देखते हुए कहा जा सकता है कि पहले ही आर्थिक परेशानी से जूझ रही कंपनी के लिए अहमदाबाद दुर्घटना नई मुश्किलें ला सकती है. दरअसल बोइंग पहले ही मानती है कि वह हर महीने करीब 8600 करोड़ रुपए का नुकसान उठा रही है, इसे यदि सालाना देखें तो यह रकम काफी बड़ी हो जाती है, इसी के साथ बोइंग कई मुकदमों से भी जूझ रही है और कई आरोप तो उसे अमेरिका में ही झेलने पड़ रहे हैं जिनमें से हर एक पर उसके लिए करोड़ों डॉलर का दांव लगा हुआ है.
बोइंग पर गुणवत्ता नियंत्रण से लेकर सुरक्षा चूकों व श्रमिकों जैसे मुद्दों का सामना करना पड़ा है और अकेले कर्मचारी हड़ताल से ही उसे एक अरब डॉलर का नुकसान हुआ था. पिछले साल उड़ान के दौरान दरवाजा टूटने के मामले में बोइंग को 160 मिलियन डॉलर का हर्जाना भुगतना पड़ा था. बोइंग का 737 मैक्स बेड़ा जब सुरक्षा कारणों से ग्राउंड कर दिया गया था तब भी बोइंग को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. इसके पिछले चीफ को हटाकर एक साल पहले रिटायरमेंट ले चुके केली ऑर्टबर्ग को कंपनी की कमान सौंपी गई है लेकिन इसे पटरी पर लाना अब इतना आसान भी नहीं नजर आ रहा और वह भी तब जब प्रतिस्पर्धी एयरबस बेहतरीन ट्रैक रिकॉर्ड पर काम कर रही है.