BCCI को अपोलो टायर्स के रूप में नया प्रायोजक मिल ही गया
कंपनी ने किया बीसीसीआई के साथ 2027 तक का करार
भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी पर अब अपोलो टायर्स का नाम नजर आएगा और यह 2027 तक तो रहने का करार हो ही गया है. बीसीसीआई ने अपोलो टायर्स के साथ समझौता करते हुए अपोलो टायर्स से प्रति मैच 4.5 करोड़ का भुगतान चाहा था जिसके लिए कंपनी ने हां कर दी. इससे पहले ड्रीम11 कंपनी भारतीय टीम का स्पांसर थी और वह बोर्ड को हर मैच के चार करोड़ देता थी.
121 द्विपक्षीय और 21 आईसीसी टूर्नामेंट्स के लिए हुआ यह करार अब तक के भारतीय क्रिकेट का सबसे महंगा समझौता है. करार के लिए कैनवा और जेके टायर्स भी कोशिश कर रहे थे लेकिन अपोलो की बोली ने सभी को पीछे छोड़ दिया. बिड़ला ऑप्टस पेंट्स जैसी कंपनियों ने शुरुआती रुचि दिखाई लेकिन बोली में भाग नहीं लिया. सरकार ने बैटिंग एप व साइट्स को बैन करने का निर्णय लिया और इसके चलते ही ड्रीम 11 ने टीम को स्पांसर करने के करार से हाथ खींच लिए थे और इसके बाद से ही बोर्ड नए प्रायोजक की तलाश में था. कुछ कंपनियों ने तो सिर्फ इस वजह से बोली नहीं लगाई क्योंकि उनका मानना है कि भारतीय टीम के प्रायोजक बनते ही कंपनी डगमगाने लगती हैं और सके लिए वे सहारा इंडिया से लेकर स्टार इंडिया, बायजूस और फिर ड्रीम 11 जैसे उदाहरण देते हैं