Apple- Meta पर यूरोपीय यूनियन की कार्रवाई बड़ा जुर्माना लगाया
एकाधिकार से लेकर ज्यादा पर्सनल डाटा मांगने तक के आरोप पर हुआ निर्णय
यूरोपीय सूनियन यानी ईयू के आयोग ने एप्पल पर 50 करोड़ और फेसबुक पर 20 करोड़ यूरो का जुर्माना लगाते हुए कहा है कि ये कंपनियां डिजिटल मार्केट्स एक्ट के उल्लंघन की दोषी हैं. एप्पल पर यह आरोप है कि कंपनी ने ग्राहकों को यह नहीं बताया कि उनके महंगे एप के मुकाबले एप्पल ऐप स्टोर के बाहर भी सस्ते विकल्प मौजूद हैं. इसी आयोग ने फेसबुक की पेंरेट कंपनी मेटा पर ग्राहकों से ज्यादा पर्सनल डाटा लेने का दोषी माना है. फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पेड सर्विस न लेने पर विज्ञापन देखने को बाध्य करना भी दोष में गिना गया है.
अमेरिका और यूरोप में ट्रेड वॉर न भड़के इसलिए फैसले को मार्च से अब तक टाला गया था. दूसरी तरफ एपल ने कमीशन पर कंपनी को बेवजह निशाने पर लेने का आरोप लगाया है. मेटा की तरफ से कहा गया है कि यूरोपीय कमीशन, अमेरिकी कंपनियों को निशाना बनाने के लिए अलग नियमों का इस्तेमाल कर रहा है जबकि चीन और यूरोपीय कंपनियों को अलग मानकों पर देखा जाता है.
दरअसल यूरोपीय संघ का यह आयोग ग्राहकों और व्यपारियों की बिग टेक जाएंट्स के खिलाफ रक्षा करने का काम करता है. इसका मुख्य काम ही बड़ी कंपनियों का एकाधिकार रोकना और यूजर्स को अधिकतम फैसले लेने की स्वतंत्रता देना है. एक्ट यह भी देखता है कि स्टार्ट अप और छोटी कंपनियों के लिए बाजार में बराबरी के मौके निकलें.