June 21, 2025
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UP विधानसभा में MLA रहेंगे AI की निगरानी में

सौ साल से ज्यादा की पूरी कार्रवाई भी अपडेट रहेंगी

योगी आदित्य नाथ इस बात को लेकर लगातार कोशिशों में लगे ही हुए थे कि कैसे विधायकों को जनता के प्रति और जिम्मेदार बनाया जाए और आखिर उनकी मुश्किल आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ने हल कर ही दी. अब तय यह हुआ है कि यूपी विधानभवन में अत्याधुनिक तकनीक एआई से लैस यह देखा जा सकेगा कि सत्र के दौरान मंत्रियों और विधायकों ने कामकाज के नाम पर क्या किया है और इनकी उपस्थिति की क्या स्थिति है. विधान सभामें मंत्रियों और विधायकों की मौजूदगी और सक्रिय भागीदारी के लिए यह कदम उठाया जा रहा है. विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना का प्रस्ताव मंजूर हो गया तो इसे अगले बजट सत्र में लागू भी कर दिया जाएगा.

विधानसभा सत्र में विधायकों और मंत्रियों की मौजूदगी कम रहने की शिकायतें आम होती हैं. अपने सवाल या मुद्दे उठाकर गायब हो जाने वाले विधायकों की भी संख्या काफी होती है. अब एआई सिस्टम प्रत्येक सदस्य के सदन में बैठने का समय, आने जाने, सवाल पूछने आदि का रिकार्ड रखेगा. विधानसभा अध्यक्ष का कहना है कि सदन की कार्यवाही में पूरा समय देने से जो अनुभव मिलता है वह जरुरी है. विधायकों की सदन में उपस्थिति और सक्रियता से यह पता चलेगा कि किस विधायक ने कितनी गंभीरता से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है. यूपी विधानसभा की वेबसाइट में पहली बार विधानसभा के पुराने डाटा पर भी एआई का इस्तेमाल कर उसे अपडेट किया जाएगा. 1887 से लेकर अब तक की विधायी कार्रवाई का रिकॉर्ड पूरी तरह अपडेट रहेगा और एक क्लिक पर उपलब्ध होगा.