Skin Bank के साथ सैनिकों के लिए नई सुविधा
भारतीय सेना ने सैनिकों के लिए ‘स्किन बैंक’ पर काम शुरु किया है. इससे हादसे या हमले में जलने वाले सैनिकों को उपचार में मदद मिलेगी. स्किन प्रॉब्लम की स्थिति में भी यह बैंक उपयोगी होगा. नई दिल्ली स्थित सेना अस्पताल (अनुसंधान और
रेफरल) ने अत्याधुनिक स्किन बैंक सुविधा केंद्र की जानकारी देते हुए रक्षा मंत्रालय ने बतायया है कि इस ऐतिहासिक पहल का उद्देश्य सैन्य कर्मियों व परिवारों को आग से हुई गंभीर जलन और त्वचा से संबंधित अन्य बीमारियों में इलाज आसान करना है. इस स्किन बैंक में प्लास्टिक सर्जन, टिश्यू इंजीनियर और विशेष तकनीशियनों सहित उच्च प्रशिक्षित चिकित्सा पेशेवरों की टीम काम करेगी.
नया स्किन बैंक स्किन ग्राफ्ट के संग्रह, प्रसंस्करण, भंडारण और वितरण के लिए एक केंद्रीकृत केंद्र के रूप में काम करेगा. जो देशभर में सैन्य चिकित्सा केंद्रों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन प्रदान करेगा. सबसे उन्नत स्किन रिप्लेसमेंट उपचार की सुविधा देना दइस सेंटर का मुख्य काम होगा. डीजीएमएस. (सेना) और कर्नल कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल अरिंदम चटर्जी ने स्किन बैंक के शुभारंभ को सैन्यकर्मियों के स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया. सेना अस्पताल (आर एंड आर) के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल अजीत नीलकांतन ने कहा कि स्किन टिश्यू के इस समर्पित संसाधन से हम प्रभावी और व्यक्तिपरक उपचार दे सकेंगे.