April 19, 2025
रोमांचक/रोचक

Ram Setu का अस्तित्व इसरो ने सिद्ध कर दिया

जिस राम सेतु को मनमोहन सरकार तोड़ने वाली थी उसका पूरा नक्शा बना दिया

राम सेतु के अस्तित्व को लेकर अब तक जो बातें कही जा रही थीं उनमें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO)ने एक नया अध्याय जोड़ दिया है. इसरो ने इस राम सेतु का विस्तृत मानचित्र तैयार कर दिया है और इससे साफ होता है कि हमें जो अब तक दिखता रहा है वह भारत से श्रीलंका के बीच फेले इस पुल का महज .02 प्रतिशत ही है जबकि इसका 99 प्रतिशत से ज्यादा भाग पानी में डूबा हुआ है और भारत व श्रीलंका, दोनों ही तरफ 1.5- 1.5 किलेामीटर का भाग सबसे ज्यादा क्षतिग्रस्त है. इस रामसेतु के भारतीय सीमा में पड़ने वाले हिस्से को मनमोहन सरकार के समय पहले तो रामसेतु मानने से ही इंकार कर दिया गया था और बाद में इसे तोड़ने की भी पूरी तैयारी कर ली गई थी और कहा गया था कि इसकी मौजूदगी से जहाजों को आने जाने में दिक्कत होती है. इसे बार बार राम सेतु की जगह एडम्स ब्रिज कहा जाता रहा और कभी इस पूरे पुल के बारे में जानने की कोशिश ही नहीं हुई. भारतीय धर्म ग्रंथों में उल्लिखित इस रामसेतु का ISRO वैज्ञानिकों ने अमेरिकी उपग्रह ICESat-2 से डाटा लेकर पूरी लंबाई का 10 मीटर लंबा मानचित्र बना लिया है, इस मैप से पता चलता है कि नुषकोड़ी से तलैमन्नार तक की यह संरचना वास्तव में एक पुल है, यह पुल भारत और श्रीलंका के बीच एक समय में सड़क कनेक्शन रहा होगा इस बात के दावे की पुष्टि इस मैप से होती है.