August 9, 2025
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Rahul जी शब्दों की ‘शक्ति’ भी पहचाननी जरुरी है

कांग्रेस के अध्यक्ष खड़गे हैं लेकिन राहुल आज भी सर्वेसर्वा हैं और इस नाते वे 20 पार्टियों के जोड़ घटाव के साथ बने इंडी गठबंधन का भी मुखिया मानते हैं, यह अलग बात है कि इन दलों में से कितने हैं जो उन्हें मुखिया माानते हैं. जाहिर है राहुल जो भी बोलते हैं उसमें इतनी तो सावधानी होनी ही चाहिए कि पूरी कांग्रेस और इंडी गठबंधन वालों के लिए कोई मुसीबत न खड़ी हो लेकिन राहुल ने तय कर रखा है कि वे चाहे जहां शब्दों का नासमझ इस्तेमाल कर डालेंगे और एक के बाद एक करते ही रहेंगे. यह कांग्रेस और उनके गठबंधन की समस्या है कि वे राहुल के फैलाए रायते को कैसे साफ करें. इस बार खुद राहुल सफाई दे रहे हैं कि मैंने शक्ति शब्द का इस्तेमाल फलां और फलां शक्ति के लिए किया था. शब्दों और उनके अर्थाें को गंभीरता से लेने वाले मानते हैं कि शक्ति शब्द जब अकेले इस्तेमाल किया जाता है तो कम से कम भारत में और जैसा कि राहुल ने जिक्र किया हिंदू धर्म में एक सकारात्मक रुप में ही लिया जाता है यदि आप बुरी ताकत के रुप में इसका उपयोग करना चाहते हैं तो आप इसके आगे कोई न कोई ऐसा शब्द जरुर रखेंगे जो आपके आशय साफ कर सके. हम अक्सर कहानियों में जिक्र पाते हैं आसुरी शक्ति का यानी जब हमें इसका नकारात्मक अर्थ देना है तो आसुरी शब्द इससे पहले लगाकर बात साफ कर दी जाती है. ऐसे में यदि अब यह कहा जा रहा है कि 33 मिनिट के भाषण के एक वाक्य पर आपत्ति लिया जाना गलत है तो यह समझना होगा कि एक गलत वाक्य कहर ला सकता है जो कि इस मामले में भी हो रहा है. यदि संदर्भ की बात करें तो भी मामला बचाव करने के विरोध में ही जाएगा क्योंकि राहुल हिंदू धर्म का जिक्र करते हुए शक्ति की बात कहते नजर आ रहे हैं और यदि इसके बाकी संदर्भ खंगाले जाएं तो यह भी निकल आएगा कि कुछ ही दिन पहले इन्होंने राम मंदिर जाने से पहले साफ मना कर दिया था कि न्यौता नहीं है, उसके बाद न्यौता भी मिला लेकिन आज तक सिर्फ इसलिए नहीं जा सके क्योंकि इससे एक बड़े वोटबैंक तक संदेश जाएगा कि ये राम मंदिर समर्थक हैं और ये ऐसी छवि कतई नहीं दिखाना चाहते. यदि राहुल पूरे मामले में सिर्फ ताकत शब्द का इस्तेमाल करते तो शायद इतना बावेला नहीं होता लेकिन जब आप शक्ति शब्द का उपयोग करेंगे तो समझिए कि शब्दों में अपार शक्ति है और यदि ये शब्द शक्ति आप पर पलटवार कर गई तो ब्रम्हशक्ति आपको बचा सकेगी इसमें संदेह है.