Green Energy से जुड़ी है सस्टेनेबल लाइफ
सस्टेनेबल डेवलपमेंट सप्ताह 2024 के चौथे दिन एक्रोपोलिस में ‘सोलर थर्मल कुकिंग टेक्नोलोजीज़ फॉर सस्टेनेबल एनर्जी’ विषय पर चर्चा हुई. बड़ोदरा से आए ख्यात सोलर इंजीनयर दीपक गढ़िया ने कहा कि सोलर थर्मल कुकिंग के प्रति लोगों को जागरूक करना और इसे लोगों तक पहुंचाना आज की बड़ी जरूरत है. उन्होंने बताया माउंट आबू में पहला सोलर स्टीम कुकिंग सिस्टम से 10,000 लोगों का रोज बनता है जबकि शिरडी में प्रतिदिन 50,000 व तिरुपति मंदिर में प्रतिदिन 30000 लोगों का भोजन पकाने के लिए सूर्य ऊर्जा इस्तेमाल की जाती है. दीपक गढ़िया ने न सिर्फ सोलर एनर्जी के तकनीकी पक्षों के बारे में समझाया बल्कि यह भी बताया कि इसे लेकर किस तरह नित नए प्रयोग किए जा रहे हैं और कैसे वे सीधे हमारे समाज के लिए फायदेमंद हो सकते हैं. इस मौके पर जनक दीदी ने कहा कि घरों में सोलर कुकर का इस्तेमाल आम करने के लिए यह विश्वास दिलाना होता है कि इससे क्या क्या फायदे हैं, बरली में जब ग्रामीण लउ़कियों ने सैकड़ों लोगों का खाना बनते देखा तो वे भी सोलर कुकर घर ले जाने को उत्साहित होने लगीं. सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए सस्टेनेबल जीवन शैली जरूरी है उन्होंने बताया कि हमारी भूलों के चलते प्रकृति पर पड़ रहे बुरे असर को हम तभी खत्म कर सकते हैं जब हम तय करें कि हमारे सभी काम सस्टेनेबल होंगे. जलवायु परिवर्तन से संकट से बचने के लिए दोनों ही वक्ताओं ने में अपनी आदतों में थोड़े बदलाव को महत्वपूर्ण बताया. डॉ अतुल भारत ने आभार प्रदर्शन किया.