Exit Polls 2024 की बहस में कांग्रेसी प्रवक्ताओं के न जाने पर यू टर्न
नतीजों के बाद ही दिखने का था निर्णय बदल गया
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों से ठीक पहले कांग्रेस ने तय किया था कि सातवें चरण के मतदान के बाद और चुनाव परिणामों से पहले होने वाली टीवी बहस में पार्टी के प्रवक्ता नहीं जाएंगे लेकिन इंडी गठबंधन की बैठक के बाद अचानक इस बात पर कांग्रेस ने यूटर्न ले लिया और अपने प्रवक्ताओं को बहस में जाने की इजाजत दे दी. प्रवक्ताओं के तीन दिन बहस में न जाने को लेकर यह संदेश यही जा रहा है कि पिछले कुछ अनुभवों में कांग्रेस को इस बीच बोली गई बातों पर नतीजों के बाद निराशा ही हाथ लगती रही है इसलिए ऐसा निर्णय लिया गया है. मीडिया और पब्लिसिटी डिपार्टमेंट के चेयरमैन पवन खेड़ा ने पहले वाले ट्वीट पर लिखा था कि आगामी एग्जिट पोल डिबेट्स में पार्टी प्रवक्ताओं के भाग ना लेने का निर्णय इसलिए है क्योंकि मतदाता अपना मत दे चुके हैं, परिणाम मशीनों में बंद हैं. 4 जून को परिणाम सामने होंगे. कांग्रेस की नज़रों में परिणाम घोषित होने से पहले सार्वजनिक अनुमान लगाते हुए घमासान में भाग ले कर टीआरपी के खेल में पड़ने का कोई औचित्य नहीं है. पार्टी 4 जून से डिबेट्स में फिर सहर्ष भाग लेना शुरु देगी. उनके इस ट्वीट के बाद इंडी की बैठक हुई जिसमें तय किया गया कि प्रवक्ताओं के बहस में न जाने से गलत संदेश जाएगा इसलिए उन्हें टीवी डिबेट्स में जाने दिया जाए और अगले ट्वीट में पवन खेड़ा ने लिखा कि हमने फैसला बदल दिया है अब एक्जिट पोल वाली बहसों में हमारे प्रवक्ता जाएंगे.